गढ़वा। जिले में पेयजल स्वच्छता विभाग के तहत शौचालय निर्माण योजना में बड़े पैमाने पर घोटाला हुआ है। विभाग की जांच में यह बात सामने आयी है कि एक करोड़ 65 लाख रुपये लेने के बावजूद अब तक 1380 शौचालय धरातल पर पता ही नहीं है। पेयजल स्वच्छता विभाग के कार्यपालक अभियंता की जांच रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। विभाग की ओर से मामले में कार्रवाई शुरू कर दी गयी है।
विभाग ने शुरू की कार्रवाई
जांच के बाद विभाग द्वारा 60 ग्राम जल स्वच्छता समिति एवं स्वयं सहायता समूह के खिलाफ नीलाम पत्र वाद दायर किया गया है। जिसमें इन समितियों के अध्यक्ष तत्कालीन मुखिया, कोषाध्यक्ष जल सहिया सहित अन्य को आरोपी बनाते हुए विभाग 12 प्रतिशत की चक्रवृद्धि ब्याज के साथ राशि रिकवरी की योजना बना रहा है। वहीं मामला उजागर होने के बाद गांव के लोगों में हड़कंप मच गया है। आपको बता दें कि कई लाभुकों ने शौचालय के नाम पर राशि तो ले ली, लेकिन शौचालय का निर्माण नहीं कराया है।
वहीं इस मामले को लेकर कार्यपालक अभियंता अजय कुमार सिंह ने कहा कि मामला सामने आने के बाद हमने कार्रवाई का निर्देश दिया है। या तो शौचालय धरातल पर दिखे, नहीं तो राशि की रिकवरी अवश्य की जायेगी। उन्होंने कहा कि लाभुकों को उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने का भी निर्देश दिया जायेगा।
