भुवनेश्वर: केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा है कि मोदी सरकार के सत्ता में आने के ढाई साल बाद भी लोग भ्रष्टाचार के लिए पिछली संप्रग सरकार को याद करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि नोटबंदी काले धन पर लगाम लगाने के मामले में दूरगामी प्रभाव वाला कदम साबित होगा। गुरुवार को एक कार्यक्रम में ‘इंडियन इकॉनमी: दि न्यू नॉर्मल’ विषय पर अपने संबोधन में जेटली ने कहा, ‘‘नरेंद्र मोदी सरकार ने ढाई साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है और लोग अब भी खुश हैं। जब भ्रष्टाचार की चर्चा होती है तो वे संप्रग सरकार का हवाला देते हैं। राजग सरकार के खिलाफ अब तक भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं है।’’
जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के शासनकाल में लोग अब भी प्रेरित और खुश महसूस करते हैं। उन्होंने कहा कि किसी नई सरकार के सत्ता में आने के बाद जैसे-जैसे समय बीतता जाता है, लोगों में असंतोष पैदा होता जाता है, लेकिन ‘‘भाजपा की अगुवाई वाली सरकार के खिलाफ ऐसी कोई भावना नहीं है।’’ कांग्रेस और वामपंथी पार्टियों पर नोटबंदी के बाद सिर्फ दिक्कतों पर ध्यान देने का आरोप लगाते हुए जेटली ने कहा कि वे इस कदम के पीछे की आर्थिक और नैतिक मंशा की पूरी तरह अनदेखी कर रहे हैं। भाजपा नेता ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन और बंटवारे के दौरान लोग काफी दिक्कतों, हिंसा और मौतों के गवाह बने और उस वक्त यदि कोई न्यूज चैनल होता तो तब भी आजादी की जगह लोगों की दिक्कतें दिखाई जा रही होतीं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी के बाद लोगों के सामने आ रही मुश्किलों के बावजूद लोग इस कदम का स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि ‘‘उन्हें समझ आ गया है कि प्रधानमंत्री ने काले धन पर लगाम लगाने के मकसद से एक कड़ा फैसला करते वक्त साहस दिखाया है।’’