रांची: रांची विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में एबीवीपी को धक्का लगा है। बावजूद इसके वह सबसे बड़े दल के रूप में उभरा है। वहीं, आदिवासी छात्र संघ ने चौंकानेवाला प्रदर्शन करते हुए दूसरे नंबर पर है। हंगामों के लिए चर्चित और सबसे बड़ा संगठन होने का दावा करनेवाले एनएसयूआइ का सूपड़ा ही साफ हो गया है। उसे एक भी सीट नहीं मिली है। आजसू ने संतोषजनक प्रदर्शन करते हुए सभी का ध्यान खींचा है। शनिवार को रांची विवि छात्र संघ के लिए कॉलेजों में हुए मतदान के नतीजे आये। नौ साल बाद 18 कॉलेजों के 90 सीटों के लिए हुए चुनाव में एबीवीपी 70 से ज्यादा सीटों पर दावा ठोक रही थी।
एबीवीपी को 38 और एसीएस को मिलीं 28 सीटें, कांटे का होगा विवि स्तरीय चुनाव
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 38 सीटों पर जीत हासिल की है। आदिवासी छात्र संगठन को 28, झारखंड छात्र मोर्चा को 6 सीट और आजसू को 9 सीटों मिलीं हैं। एनएसयूआइ का खाता भी नहीं खुला। रांची कॉलेज समेत ग्रामीण क्षेत्रों के सभी कॉलेजों में आदिवासी छात्र संघ का शानदार प्रदर्शन रहा है। राजधानी के कॉलेजों में एबीवीपी का दबदबा रहा है। इस परिणाम से यह स्पष्ट हो गया है कि विवि स्तर पर होनेवाला छात्र संघ चुनाव भी कांटे का होगा। इसमें कुछ निर्दलीय और छोटे दलों के प्रत्याशियों की महत्वपूर्ण भूमिका रह सकती है।
रांची कॉलेज में जेसीएम का कब्जा
रांची। रांची विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव में रांची कॉलेज पीजी विभाग में झारखंड छात्र मोर्चा ने(जेसीएम) ने पांच में से तीन सीटों पर जीत दर्ज की है। अध्यक्ष पद के लिए तनुज खत्री ने 697 मत प्राप्त कर 222 मतों से संजय महली को हराया। उपाध्यक्ष पर दिनेश कुमार मुर्मू 757 वोट हासिल कर यह सीट भी जेसीएम के खाते में डाली। उन्होंने अरोही गुप्ता 199 वोट से मात दी। वहीं संयुक्त सचिव के लिए जेसीएम के ही संतोष तिग्गा ने पांचों उम्मीदवार में सबसे अधिक 1211 वोट ला कर सबको चौंकाया दिया। तिग्गी ने 640 वोट के बड़े अंतर से विवेक कुमार सिंह को पराजित किया, जबिक आजसू के मनोज कच्छप (569) ने सचिव के लिए आशा मिंज (493) को हराया, तो उपसिचव के लिए गुड़िया कुमारी (530) ने अंतिम राउंड में बढ़त हासिल कर संदीप भगत ( 485) से जीत छीनी। रांची कॉलेज के पीजी विभाग में अध्यक्ष पद के लिए नवनिर्वाचित तनुज खत्री ने कहा कि यह जीत रांची कॉलेज के आठ हजार विद्यार्थियों की है।