मुरादाबाद: नोटबंदी के फैसले पर विपक्ष द्वारा केन्द्र सरकार की संसद से सडक तक की जा रही जबरदस्त घेराबंदी के बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज एक बार फिर बडे नोटों को अमान्य किये जाने के निर्णय को किसान,गरीब और देशहित में करार दिया। श्री माेदी ने यहां भारतीय जनता पार्टी की परिर्वतन रैली को संबोधित करते हुए कहा “ पाई पाई पर सवा सौ करोड देशवासियाें का हक है। हम तो फकीर आदमी है।
नोटबंदी से आम आदमी को हो रही कुछ दिक्कतों का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘मैं विश्वास दिलाता हूं कि धूप, ठण्ड और तमाम परेशानियां झेलते हुए आप कतार में खडे रहे। सब कुछ सहन किया है। मैं आपकी तपस्या को बेकार नहीं जाने दूंगा। कोई कमी नहीं रहने दूंगा।” उन्होंने कहा कि देश को 70 साल मिट्टी के तेल, गेहूं और चीनी के लिए कतार में खडा किया गया। उन कतारों को खत्म करने के लिए मैंने आखिरी कतार लगवायी है। हमारी सरकार केवल घोषणायें नहीं करती। दरअसल सरकारें योजनायें बनाकर उन्हें लागू करने के लिए होती हैं। मध्य प्रदेश कभी बीमारु राज्य माना जाता था। दस साल में यह बीमारी से मुक्त होकर विकास करने वाले राज्यों की कतार में आ गया है।
श्री मोदी ने कहा, “ उन्होंने पूछा कि क्या भ्रष्टाचार अपने आप जायेगा। उसको डंडा लेकर निकालना पडेगा या नहीं। बेईमान को ठीक करना पडेगा या नहीं। भ्रष्टाचारियों को ठिकाने लगाने पडेगा या नहीं। छापा पडने पर बिस्तर के नीचे करोडो रुपये मिले। यह पैसे किसके हैं। पाई पाई पर देशवासियों का हक है। ” प्रधानमंत्री ने कहा “भ्रष्टाचार के खिलाफ लडने वाला गुनहगार है क्या। मै हैरान हूं कि मुझे कुछ लोग गुनहगार बता रहे हैं। क्या मेरा यही गुनाह है कि गरीबों का हक छीनने वालों को हिसाब देना पड रहा है।” छापा पडने पर बिस्तर के नीचे करोडों रुपये मिले। यह पैसे किसके हैं। पाई-पाई पर देशवासियों का हक है।
श्री मोदी ने कहा कि कुछ लोगों का कहना है कि देश में अनपढ ज्यादा हैं लेकिन उन्हें शायद नहीं पता है कि अमरीका में आज भी ठप्पा लगाकर वोट दिया जाता है लेकिन भारत के लोग बटन दबाकर वोट देते हैं। यहां के लोग परिवर्तन को बहुत तेजी से स्वीकार कर लेते हैं। उन्होंने कहा कि सिर्फ घरों में रखे पैसे निकलवाना उनका मकसद नहीं है बल्कि वह भ्रष्टाचार के दरवाजे बन्द करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि समस्याओं का समाधान केवल विकास है। विकास से रोजगार, अच्छी शिक्षा, बुजुर्गों को कम पैसे में अच्छी दवाई, रहने को घर और बिजली पानी मिलेगा, इसलिए विकास उनकी प्राथमिकता है।
परिवर्तन यात्राओं में श्री मोदी की छह सभाएं होनी हैं। इनमें से चार हो चुकी हैं जबकि दो प्रस्तावित हैं। इससे पहले श्री मोदी ने 14 नवंबर को गाजीपुर में 20 नवंबर को आगरा और 27 नवंबर को कुशीनगर में परिवर्तन रैली को संबोधित किया था। गाजीपुर रैली नोटबंदी के फैसले के फौरन बाद हुई थी और आम जनता की परेशानियां शुरुआती दौर में थीं। श्री मोदी ने उस रैली में जनता की दिक्कतों को अपनी दिक्कत बताया था। उन्होंने कहा था,“ इस फैसले के बाद गरीब लोग चैन की नींद सो रहे हैं और काले धन वालों को नींद की गोलियां लेनी पड़ रहीं हैं।” आगरा रैली 20 नवम्बर को कानपुर के पुखरायां रेल दुर्घटना के फौरन बाद हुई थी। उस रैली में श्री मोदी ने सबसे पहले रेल दुर्घटना पर बात की थी।उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और दुर्घटना की पूरी जांच होने का आश्वासन दिया।