नयी दिल्ली: नोटबंदी के साथ वस्तु एवं सेवाकर :जीएसटी: लागू होने से कर अनुपालन बेहतर होगा एवं सरकार का राजकोषीय गणित भी सुधरेगा। इससे भारतीय अर्थव्यवस्था पर मध्यम एवं दीर्घावधि में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
लेंडिंगकार्ट समूह और डुन एंड ब्रैडस्ट्रीट इनसाइट के एक अध्ययन में यह अनुमान जताया गया है।
रपट के अनुसार बड़े मूल्य के नोटों को बंद करने का निर्णय समानांतर अर्थव्यवस्था को खत्म करने और नकदी रहित एवं पारदर्शी अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ने की दिशा में एक सही कदम है।
डुन एंड ब्रैडस्ट्रीट के भारत के प्रमुख अर्थशास्त्री अरूण सिंह ने कहा कि हालांकि इस कदम से निकट भविष्य में पूरी जीडीपी वृद्धि पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा लेकिन मध्यम एवं दीर्घ अवधि में यह अर्थव्यवस्था को फायदा पहुंचाएगा।