चेन्नई:  तमिल अभिनेत्री गौतमी तडीमल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए एक ब्लॉगपोस्ट लिखा है जिसमें उन्होंने अपनी दिवंगत मुख्यमंत्री जयललिता के उपचार के दौरान तमिलनाडु सरकार की ओर से बरती गई ‘गोपनीयता’ पर सवाल उठाया है।

48 वर्षीय अभिनेत्री ने यह सवाल उठाया कि आखिर क्यों जब वह अस्पताल में भर्ती थीं तब हर किसी को उन तक पहुंचने की इजाजत नहीं थी।

पांच दिसंबर को दिल का दौरा पड़ने के बाद 68 साल की उम्र में जयललिता का निधन हो गया था। बुखार और निर्जलीकरण की शिकायत के बाद उन्हें 22 सितंबर को चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। विगत कुछ महीने में उत्पन्न परिस्थितियों और हमारी दिवंगत मुख्यमंत्री के अस्पताल में भर्ती होने, उपचार, उनके कथिततौर पर ठीक होने तथा अचानक दुनिया को छोड़कर चले जाने जैसे अनगिनत अनसुलझे सवालों के कारण उनका निधन और भी दुखद और झकझोरने वाला रहा।

उन्होंने लिखा, ‘इन मामलों के संबंध में सूचना लगभग दबा कर रखी गई है। किसी को भी उन तक जाने की अनुमति नहीं थी और जिन गणमान्य व्यक्तियों ने उनसे मुलाकात की उन्होंने भी कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। आखिर इतनी गोपनीयता क्यों और इतनी जनप्रिय नेता तथा तमिलनाडु सरकार की मुखिया को अलग थलग क्यों रखा गया? कौन किसके अधिकार से दिवंगत मुख्यमंत्री तक पहुंच को प्रतिबंधित किया गया?’

गौतमी ने कहा कि जयललिता के उपचार के संबंध में जिन लोगों ने ये सारे फैसले लिए, वह उन व्यक्तियों के नाम जानना चाहती हैं। अभिनेत्री ने कहा कि यह हर भारतीय का अधिकार है कि वह लोकतांत्रिक तरीके से चुने गए अपने नेताओं के बारे में जाने।

उन्होंने लिखा, ‘सेल्वी डॉ. जे जयललिताजी के उपचार और देखभाल के बारे में फैसले लेने वाली संबद्ध शख्सियत कौन थी, ऐसी हालत में जब उनका स्वास्थ्य स्पष्ट रूप से नाजुक हालत में था? और लोगों के इन सवालों के लिए जिम्मेदार कौन है? इस तरह के कई ज्वलंत प्रश्न हैं जिन्हें तमिलनाडु की जनता जानना चाहती है और श्रीमान् मैं आपके कानों तक उनकी आवाज पहुंचाना चाहती हूं।’ गौतमी हाल में अपने लिव इन साथी अभिनेता कमल हासन से अलगाव को लेकर सुखिर्यों में थीं।

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