नयी दिल्ली: नोटबंदी के बाद देश में कैशलेस अर्थव्यवस्था और डिजिटल लेनदेन को प्रोत्साहित करने की पहल करते हुए मोदी सरकार क्रिसमस की सौगात के रूप में दो योजनाएं शुरू कर रही है जिसमें ग्राहकों के प्रोत्साहन के लिए लकी ग्राहक योजना और व्यापारियों के प्रोत्साहन के लिए डिजि धन व्यापार योजना शामिल है।
आकाशवाणी पर प्रसारित ‘मन की बात’ कार्यक्रम में अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘आज क्रिसमस की सौगात के रूप में देशवासियों को दो योजनाओं का लाभ मिलने जा रहा है। एक प्रकार से दो नयी योजनाओं का आरम्भ हो रहा है। इसमें ग्राहकों को प्रोत्साहित करने के लिये योजना है। लकी ग्राहक योजना और व्यापारियों को प्रोत्साहित करने के लिये योजना है- डिजि धन व्यापार योजना।’ मोदी ने कहा कि पूरे देश में, गांव हो या शहर हो, पढ़े लिखे हो या अनपढ़ हों। चारों तरफ ऐसा माहौल बन गया है कि चर्चा हो रही है कि कैशलेस क्या है? कैशलेश कारोबार कैसे चल सकता है? बिना नकद के खरीदारी कैसे की जा सकती है? चारों तरफ एक जिज्ञासा का माहौल बना है। हर कोई एक-दूसरे से सीखना-समझना चाहता है।
उन्होंने कहा कि इस बात को बढ़ावा देने के लिये कि मोबाइल बैंकिंग को ताकत मिले इसलिये, ई-बैंकिंग की आदत लगे इसलिये, भारत सरकार की ओर से, ग्राहकों के लिये और छोटे व्यापारियों के लिये प्रोत्साहन योजना का आज से प्रारंभ हो रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 25 दिसम्बर को क्रिसमस की सौगात के रूप में, 15 हजार लोगों को ड्रॉ प्रणाली से ईनाम मिलेगा और 15 हजार के हर-एक के खाते में एक-एक हजार रुपये का इनाम जाएगा और ये सिर्फ आज एक दिन के लिये नहीं है, ये योजना आज से शुरू हो करके 100 दिन तक चलने वाली है। हर दिन, 15 हजार लोगों को एक-एक हजार रुपये का इनाम मिलने वाला है।
मोदी ने कहा कि 100 दिन में, लाखों परिवारों तक, करोड़ों रुपयों की सौगात पहुंचने वाली है, लेकिन, इस इनाम के हकदार आप तब बनेंगे जब आप मोबाइल बैंकिंग, ई बैंकिंग, रूपे कार्ड, यूपीआई, यूएसएसबी. ये जितने डिजिटल भुगतान के तरीके हैं उनका उपयोग करोगे, उसी के आधार पर ड्रॉ निकलेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘इसके साथ-साथ ऐसे ग्राहकों के लिये सप्ताह में एक दिन बड़ा ड्रा होगा जिसमें इनाम भी लाखों में होंगे और तीन महीने के बाद, 14 अप्रैल डॉक्टर बाबा साहेब आंबेडकर की जन्म जयन्ती है उस दिन एक बंपर ड्रॉ होगा जिसमें करोड़ों के इनाम होंगे।’ उन्होंने कहा कि डिजि धन व्यापार योजना प्रमुख रूप से व्यापारियों के लिये है। व्यापारी स्वयं इस योजना से जुडें और अपना कारोबार भी कैशलेस बनाने के लिए ग्राहकों को भी जोड़ें। ऐसे व्यापारियों को भी अलग से इनाम दिये जाएंगे और ये इनाम हजारों की तादात में हैं।
मोदी ने कहा कि व्यापारियों का अपना व्यापार भी चलेगा और ऊपर से इनाम का अवसर भी मिलेगा। ये योजना, समाज के सभी वर्गो, खास करके गरीब एवं निम्न मध्यम-वर्ग, उनको केंद्र में रख करके बनायी गई है। इसलिये जो 50 रुपये से उपर का सामान खरीदते हैं और तीन हजार रुपये से कम की खरीदी करते हैं, उन्हीं को इसका लाभ मिलेगा। तीन हजार रुपये से ज्यादा खरीदी करने वाले को इस इनाम का लाभ नहीं मिलेगा।
उन्होंने कहा कि गरीब से गरीब लोग भी यूएसएसडी का इस्तेमाल कर फीचर फोन, साधारण फोन के माध्यम से भी सामान खरीद भी सकते हैं, सामान बेच भी सकते हैं और पैसों का भुगतान भी कर सकते हैं और वे सब इस इनाम योजना के लाभार्थी भी बन सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी लोग एईपीएस के माध्यम से खरीद-बिक्री कर सकते हैं और वे भी इनाम जीत सकते हैं। कइयों को आश्चर्य होगा, भारत में आज लगभग 30 करोड़ रूपे कार्ड हैं, जिसमें से 20 करोड़ गरीब परिवार जो जन-धन खाता वाले लोग हैं, उनके पास है। ये 30 करोड़ लोग तो तुरंत इस इनामी योजना का हिस्सा बन सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे विश्वास है कि देशवासी इस व्यवस्था में रुचि लेंगे और आपके अगल-बगल में जो नौजवान होंगे, वो जरूर इन चीजों को जानते होंगे, आप थोड़ा सा उनको पूछेंगे वो बता देंगे। आपके परिवार में भी 10वीं, 12वीं का बच्चा होगा, तो वो भी भली-भांति चीज आपको सिखा देगा। ये बहुत सरल है – जैसे आप मोबाइल फोन से व्हाट्सएप भेजते हैं, उतना ही सरल है।