लखनऊ:  बसपा सुप्रीमो मायावती ने ‘नोटबंदी’ पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की ‘नूर उतर जाने’ वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए आज कहा कि नूर उनका (मायावती) नहीं, बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के चेहरे का उतर चुका है क्योंकि नोटबंदी से देश की जनता को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने इस बारे में संवाददाताओं के सवालों के जवाब में कहा, ‘‘मुझे तो ऐसा लग रहा है कि मेरा नूर नहीं उतरा है बल्कि शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का, भाजपा के अन्य राष्ट्रीय नेताओं एवं केन्द्रीय मंत्रियों तथा कार्यकर्ताओं का बड़े पैमाने पर नूर उतर चुका है।’’

उन्होंने कहा कि इस अपरिपक्व एवं जल्दबाजी में लिये गये फैसले से देश की जनता इधर-उधर भाग रही है और उसे काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मायावती ने कहा, ‘‘मोदी और शाह जहां कहीं भी जाते हैं, क्या आपने वहां उनके चेहरे नहीं देखे, ना तो मेरे और ना ही बसपा कार्यकर्ताओं के चेहरों का नूर उतरा है क्योंकि हमें पता है कि उत्तर प्रदेश में बसपा सत्ता में आ रही है।’’ दरअसल शाह ने एक रैली के दौरान कहा था कि नोटबंदी से सबसे ज्यादा दर्द उन्हें हो रहा है, जिनके अरबों खरबों रूपये रद्दी में बदल गये। ममता बनर्जी और मायावती के चेहरों का नूर गायब हो गया है और एक ही दिन में उनकी उम्र दस साल बढ़ गयी लगती है।

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