शाहजहांपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आरोप लगाया है कि नोटबंदी का विरोध करने वाले दल नहीं चाहते कि राजनीति से कालाधन समाप्त हो और इसीलिए उन्होंने संसद में राजनीतिक चंदा लेने की पद्धति पर चर्चा नहीं होने देने के लिए शीतकालीन सत्र नहीं चलने दिया। शाह ने आज यहां पार्टी की परिवर्तन रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने संसद के शीतकालीन सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में राजनीतिक चंदा लेने की पद्धति पर चर्चा करने का सुझाव दिया था और यह भी कहा था कि पंचायत से लेकर लोकसभा तक के चुनाव एक ही साथ होने चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मगर विपक्ष ने पूरे शीतकालीन सत्र में इस पर चर्चा नहीं होने दी.. वे चाहते ही नहीं हैं कि राजनीति से कालाधन जाए.. मैं सभी राजनीतिक दलों के नेताओं से अपील करना चाहता हूं कि हमें मोदी जी के प्रस्ताव पर चर्चा करनी चाहिए, ताकि राजनीति में शुचिता लायी जा सके।’’ नोटबंदी का विरोध कर रहे राजनीतिक दलों पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि सबसे ज्यादा दर्द उन्हें हो रहा है जिनके अरबों खरबों रूपये रददी में बदल गये हैं। उन्होंने रैली के जरिए जनता से सीधा संवाद करने की शैली में कहा, ‘‘आपने ममता बनर्जी और मायावती के चेहरों को देखा है.. चेहरे का नूर गायब हो गया है और एक ही दिन में उनकी उम्र दस साल बढ़ गयी लगती है।’’ शाह ने नोटबंदी के निर्णय को उचित ठहराते हुए कहा कि मोदी के एक ही निर्णय ने तस्करों, नक्सलियों, आतंकवादियों और जाली नोटों के गोरखधंधे में लगे लोगों को ठीक कर दिया है।
भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रदेश की राजनीति में गत 15 वर्षों से हावी सपा, बसपा पर हमला बोलते हुए कहा कि जाति और परिवारवाद चलाने वाले दल राज्य का विकास नहीं कर सकते और इसके लिए भाजपा की दो तिहाई बहुतम वाली सरकार जरूरी है। शाह ने कहा, ‘‘पिछले 15 साल से चाचा-भतीजा और बुआ-भतीजा प्रदेश पर राज कर रहे है और इसका विकास नहीं होने दे रहे हैं। वे नहीं चाहते कि केन्द्रीय योजनाओं का लाभ जनता तक पहुंचे, उन्हें डर है कि इससे मोदी की लोकप्रियता बढ़ेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में किसानों तक किसान फसल बीमा योजना का लाभ पहुंचा ही नहीं क्योंकि चाचा भतीजा यह तय नहीं कर पाये कि बीमा कंपनी के प्रीमियम का कमीशन कौन लेगा।’’
मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के इस दावे पर कि कांग्रेस से गठबंधन होने पर वह विधानसभा की 300 सीटें जीत लेंगे, शाह ने कहा कि उन्हें हार दिखने लगी है। साथ ही यह भी चुनौती दी कि सभी पार्टियां एक साथ मिलकर चुनाव लड़ लें तो भी भाजपा को हरा नहीं पायेंगी। जनता ने यूपी में भाजपा की सरकार बनाने का फैसला कर लिया है। शाह ने तंज कसते हुए कहा कि अखिलेश बाबू उस राहुल बाबा के सहारे सरकार बनाने की योजना बना रहे है जिनकी पार्टी के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने अपने कार्यकाल में 12 लाख करोड़ रूपये का घोटाला किया है।
उन्होंने बसपा मुखिया मायावती पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘भ्रष्टाचार का रिकार्ड नहीं बनाया गया है, यदि बनेगा तो बहनजी (मायावती) नंबर एक पर रहेंगी।’’ तीन तलाक के मुददे पर शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय में अपनी स्पष्ट राय रख दी है कि सभी महिलाओं के हितों की रक्षा होनी चाहिए चाहे वह किसी भी धर्म की हों। उन्होंने इस मामले में विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस सब चुप हैं, हां या नहीं, कुछ नहीं कहते हैं। शाह ने महिलाओं से अपील की कि जब इन दलों के नेता वोट मांगने आये तो वह उनसे पूछें कि वे तीन तलाक के मुददे पर क्या राय रखते हैं और महिलाओं की सुरक्षा के लिए क्या कर रहे हैं।