मुंबई: घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार सातवें दिन गिरावट का सिलसिला जारी रहा। किसी प्रमुख घटनाक्रम के अभाव तथा नोटबंदी की वजह से तिमाही नतीजों पर प्रभाव पड़ने की आशंका के बीच सेंसेक्स करीब 263 अंक के नुकसान से 26,000 अंक से नीचे आ गया। मार्च, 2015 के बाद यह सेंसेक्स में गिरावट का सबसे लंबा सिलसिला है। वैश्विक स्तर पर भी बाजारों में गिरावट आई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 8,000 अंक से नीचे करीब एक महीने के निचले स्तर पर आ गया। निफ्टी में यह जून, 2015 के बाद गिरावट का सबसे लंबा सिलसिला है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज कमजोर रुख से खुलने के बाद दिन के निचले स्तर 25,940.14 अंक पर आया। बाद में यह मामूली सुधार के साथ 262.78 अंक या एक प्रतिशत के नुकसान के साथ 25,979.60 अंक पर बंद हुआ। यह 24 नवंबर के बाद सेंसेक्स का सबसे निचला बंद स्तर है। इससे पिछले छह सत्रों में सेंसेक्स 455.44 अंक टूटा था। निफ्टी भी 82.20 अंक या 1.02 प्रतिशत के नुकसान से 7,979.10 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,046.45 से 7,964.95 अंक के दायरे में रहा। मिडकैप में 1.47 प्रतिशत तथा स्मालकैप में 1.25 प्रतिशत का नुकसान रहा। सेंसेक्स के 30 शेयरों में अदाणी पोर्ट्स सबसे अधिक 3.56 प्रतिशत टूटा। टाटा स्टील में 3.09 प्रतिशत की गिरावट आई।
अन्य कंपनियों में ओएनजीसी, भारती एयरटेल, टाटा स्टील, एनटीपीसी, एलएंडटी, इन्फोसिस तथा एसबीआई में भी नुकसान रहा। वहीं दूसरी ओर आईटीसी का शेयर 0.51 प्रतिशत तथा एशियन पेंट्स 0.38 प्रतिशत चढ़ गया। अस्थायी आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को शुद्ध रूप से 1,178.08 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।