नई दिल्ली: सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल डिजिटल तरीके से बिल भुगतान प्राप्त करने के लिए करीब 15,000 प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनें पट्टे पर लेने की योजना बना रही है। उसका इरादा मार्च 2017 तक कुल बिल भुगतान में डिजिटल माध्यम से किये गये भुगतान का हिस्सा 40 प्रतिशत पहुंचाने का लक्ष्य है। यह मौजूदा स्तर का करीब दोगुना है।
बीएसएनएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘हम करीब 15,000 प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) मशीनों को पट्टे पर लेने की प्रक्रिया में है जिसका उपयोग ग्राहक सेवा केंद्रों में किया जाएगा ताकि इलेक्ट्रानिक भुगतान को बढ़ावा दिया जा सके। देश इसी दिशा में आगे बढ़ रहा है। हर कोई इलेक्ट्रानिक भुगतान के तरीकों की तरफ देख रहा है।’
उन्होंने आगे कहा कि निगम का अपने प्रत्येक दूरसंचार जिले में ऐसे करीब 20-50 ग्राहक सेवा केंद्र बनाने का लक्ष्य है जिनमें पीओएस मशीनें हों। श्रीवास्तव ने कहा, ‘हमारे पास 334 दूरसंचार जिले हैं। हम कह रहे हैं कि प्रत्येक दूरसंचार जिले में 20 से 50 ग्राहक सेवा केंद्रों पर पीओएस मशीने होनी चाहिये।’ वर्तमान में 1,500 से 2,000 पीओएस मशीनें बीएसएनएल के अपने ग्राहक सेवा केंद्रों पर लगीं हैं।
बीएसएनएल को उम्मीद है कि 31 मार्च तक कुल बिल भुगतान का 40 प्रतिशत डिजिटल माध्यम से आयेगा। फिलहाल डिजिटल भुगतान का हिस्सा कुल बिल भुगतान में 20 प्रतिशत से कम है। उन्होंने कहा, ‘31 मार्च से पहले हम चाहेंगे कि मोबाइल, लैंडलाइन, ब्रॉडबैंड तथा फाइबर टू द होम (एफटीटीएच) सेवाओं के लिये बिल भुगतान में डिजिटल भुगतान का हिस्सा 35 से 40 प्रतिशत तक हो।’