नई दिल्ली: सरकार ने लोकसभा में बताया कि न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति ने आईपीएल की टीमों- चेन्नई सुपर किंग के कर्ताधर्ता गुरूनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के राज कुंद्रा को भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी पाया और उन पर जीवन भर का प्रतिबंध लगाया गया। नयी दिल्ली। सरकार ने लोकसभा में बताया कि न्यायमूर्ति लोढ़ा समिति ने आईपीएल की टीमों- चेन्नई सुपर किंग के कर्ताधर्ता गुरूनाथ मयप्पन और राजस्थान रॉयल्स के राज कुंद्रा को भ्रष्टाचार के मामलों में दोषी पाया और उन पर जीवन भर का प्रतिबंध लगाया गया। उनकी टीमों को आईपीएल के दो सीजन 2016 और 2017 में भाग लेने से निलंबित किया गया।
युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री विजय गोयल ने आज लोकसभा में कहा कि बीसीसीआई के अनुसार क्रिकेट में सट्टेबाजी-फिक्सिंग का मामला आखिरी बार मई 2013 में सामने आया था जिसमें आईपीएल में कुछ क्रिकेटरों और टीम पदाधिकारियों के विरुद्ध तथाकथित अनैतिक गतिविधियों में शामिल होने की रिपोर्ट आई थी। तब से अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली और मुंबई पुलिस ने इन मामलों की जांच की थी और क्रिकेटरों, टीम पदाधिकारियों और सट्टेबाजों समेत कुछ व्यक्तियों को गिरफ्तार किया था। ये मामले उच्च न्यायालय में लंबित हैं। गोयल ने गोपाल शेट्टी के प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि उच्चतम न्यायालय ने आईपीएल में फिक्सिंग मामले में न्यायमूर्ति आरएम लोढ़ा की अगुवाई में समिति का गठन किया था। समिति ने चेन्नई सुपर किंग और राजस्थान रॉयल्स के कर्ताधर्ताओं क्रमश: गुरनाथ मयप्पन और राज कुंद्रा को दोषी पाया और उन पर जीवनभर का प्रतिबंध लगाया तथा उनकी टीमों को आईपीएल के दो सीजन 2016 और 2017 में भाग लेने से निलंबित किया। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई ने भ्रष्टाचार रोकने के लिए अनेक उपाय किये हैं। मैच फिक्सिंग समेत खेलों में धोखाधड़ी के मामलों से निपटने के लिए युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय ने एक विधेयक तैयार किया है।