नॉर्थ कोरिया को सबक सिखाने के लिए सोमवार से अमेरिका और दक्षिण कोरिया की वायु सेनाओं ने एक साथ अपना सबसे बड़ा संयुक्त अभ्यास शुरू कर दिया है। इस अभ्यास में दोनों देशों के सबसे ज्यादा आधुनिक 230 लड़ाकू विमान हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि यह अभ्यास उत्तर कोरिया के लंबी दूरी के सफल बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के कुछ ही दिनों बाद हो रहा है इसलिए उत्तर कोरिया ने इस अभ्यास को परमाणु युद्ध भड़काने का प्रयास बताया है।
सूत्रों की मानें तो आठ दिसंबर तक चलने वाले इस संयुक्त अभ्यास में अमेरिका का पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान एफ-22 रैप्टर भी हिस्सा ले रहा है। अमेरिका ने इस अत्याधुनिक विमान को किसी अन्य देश को दिए बिना ही उसका उत्पादन बंद कर दिया है। बता दें कि एफ-22 रैप्टर एक स्टील्थ विमान है जो किसी भी तरह के रडार की पकड़ में नहीं आता है।
माना जा रहा है कि इस अभ्यास नौसेना की सीमित भूमिका के साथ इसमें करीब एक लाख सैनिक हिस्सा ले रहे हैं। उत्तर कोरिया द्वारा अमेरिका को लगातार दी जाने वाली धमकियों के कारण इस संयुक्त अभ्यास का महत्व और भी बढ़ गया है। हालांकि उत्तर कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल परीक्षण करने के बाद य़ह दावा किया गया था कि वो सभी अमेरिकी शहरों पर अब भी परमाणु हमला करने में सक्षम है।
फिल्हाल अमेरिका में तनाव बढ़ने के साथ ही रिपब्लिकन पार्टी के नेताओं ने आशंका जताई है कि अमेरिका, उत्तर कोरिया के साथ खतरनाक युद्ध के करीब पहुंचता जा रहा है। सोल में वायुसेना ने बताया कि इस 5 दिवसीय विजिलेंट ऐस अभ्यास में एफ-22 राप्टर स्टेल्थ लड़ाकू विमानों सहित 230 विमान और 12 हजार संख्या में सैनिक शामिल हैं। दोनों देशों के बीच यह संयुक्त अभ्यास सोमवार से शुरू हुआ है, जो शनिवार को समाप्त हो जाएगा। माना जा रहा है कि यह युद्धाभ्यास दोनों देशों के बीच अक्टूबर में हुए समझौते का हिस्सा है, जिसका मकसद उत्तर कोरिया पर परमाणु कार्यक्रम छोड़ने का दबाव बनाना है।