रायपुर। पांच दिनों के सस्पेंस के बाद कांग्रेस ने भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ का नया मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। रविवार को यहां हुई विधायक दल की बैठक में यह फैसला किया गया। लोकसभा में विपक्ष के नेता और केंद्रीय पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे ने बैठक के बाद बघेल को विधायक दल का नेता चुने जाने की घोषणा की। वह सोमवार को शपथ लेंगे। राज्य में कोई उप मुख्यमंत्री नहीं होगा।

खड़गे के साथ बघेल भी मौजूद थे। उनके अलावा सीएम पद के तीन अन्य दावेदार, टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू और चरणदास महंत भी वहां थे। खड़गे ने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि बघेल सबको साथ लेकर चलेंगे। उन्होंने कहा कि चर्चा में सभी की सहमति से चुनाव किया गया है। टीएस सिंहदेव ने कहा कि विधायक दल ने अपना नेता भूपेश बघेल को चुना है। बैठक के फौरन बाद विधायकों के हस्ताक्षर वाला पत्र राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को भेजा गया। बाद में मीडिया के सवालों के जवाब में बघेल ने कहा कि झीरम मामले की जांच उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी। एसआइटी गठित कर झीरम कांड की जांच करायी जायेगी। उन्होंने ‘गढ़बो नया छत्तीसगढ़’ का नारा दिया।

2500 रुपये समर्थन मूल्य पर धान की खरीद होगी
बाद में मीडिया के सवालों के जवाब में बघेल ने कहा कि झीरम मामले की जांच उनकी सरकार की प्राथमिकता होगी। एसआइटी गठित कर झीरम कांड की जांच करायी जायेगी। उन्होंने ‘गढ़बो नया छत्तीसगढ़’ का नारा दिया। उन्होंने जन घोषणा पत्र का जिक्र करते हुए कहा कि किसानों के लिए, महिलाओं के लिए और व्यापारियों के लिए जो-जो बातें कही गयी थीं, उन्हें पूरा किया जायेगा। बघेल ने धान के समर्थन मूल्य पर कहा कि सबसे पहले कैबिनेट में कर्ज माफी की घोषणा की जायेगी और 2500 रुपये समर्थन मूल्य पर धान की खरीद होगी।

भूपेश बघेल कांग्रेस प्रदेश कमेटी के प्रमुख हैं। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले भूपेश बघेल राजनीतिक गलियारे में अपने आक्रामक तेवर के लिए जाने जाते हैं। 90 सीटों वाली छत्तीसगढ़ विधानसभा में कांग्रेस ने 68 सीटों पर जीत हासिल की है। इस जीत का सेहरा बघेल के सिर ही बांधा जा रहा है, क्योंकि विधानसभा चुनाव से लेकर नगरीय निकाय चुनाव और पंचायत चुनाव की सारी रणनीति उन्होंने ही बनायी।

मध्य प्रदेश (अब छत्तीसगढ़) के दुर्ग में 23 अगस्त, 1961 को जन्मे भूपेश बघेल ने 80 के दशक में कांग्रेस के साथ ही राजनीतिक पारी शुरू की थी। दुर्ग जिले में ही वह यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बने। वह 1990 से 94 तक जिला युवक कांग्रेस कमिटी, दुर्ग (ग्रामीण) के अध्यक्ष रहे। मध्य प्रदेश हाउसिंग बोर्ड के 1993 से 2001 तक निदेशक भी रहे। 2000 में जब छत्तीसगढ़ अलग राज्य बना, तो वह पाटन सीट से विधानसभा पहुंचे।

तीन राज्यों में शपथ ग्रहण आज
मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी सरकार का शपथ ग्रहण समारोह सोमवार को होगा। जयपुर में सुबह साढ़े 10 बजे अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। उसके बाद दोपहर डेढ़ बजे भोपाल में कमलनाथ मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री का पदभार संभालेंगे। शाम को साढ़े चार बजे रायपुर में भूपेश बघेल का शपथ ग्रहण होगा। इन समारोहों में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के शामिल होने की संभावना है।

हेमंत, तेजस्वी समेत कई नेता होंगे शामिल : मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में नयी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन, बिहार में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू भी शामिल होंगे। इसके अलावा विपक्ष के महागठबंधन में शामिल अन्य दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है।

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