नाक की बाल बने पारा टीचर, सड़क से सदन तक हंगामा, नहीं चली विधानसभा हेमंत सोरेन बोले-सदन को जागीर बना लिया सरकार ने, उधर मंत्री और सत्ता पक्ष के विधायकों ने पारा शिक्षकों की राय जानी

सीएम जनसंवाद में अफसरों की लगी क्लास, डुमरी सीओ को हटाने का आदेश, मुख्यमंत्री बोले-दागी अधिकारियों की संपत्ति की हो जांच, काली करतूत करनेवाले अफसरों के घर में खुलेगा स्कूल

एनआइए ने छापेमारी कर मौलवी से लेकर इंजीनियर तक किया गिरफ्तार, दिल्ली और राज्यों को दहलाने की थी साजिश

झारखंड दिशोम पार्टी के सालखान मुर्मू ने कहा-आदिवासियों के सर्वनाश के लिए जेएमएम और चर्च दोषी

स्कूल में घुसे हाथी, चट कर गये बच्चो के मिड-डे मील का राशन

 

खबरें अब विस्तार से..

  1. झारखंड के पारा शिक्षक पक्ष विपक्ष की नाक के बाल बन गये हैं। विधानसभाके शीतकालीन सत्र में यह देखने को मिल रहा है। विधानसभाका पारा बुधवार का गरम रहा। पारा शिक्षकों के मामले पर जहां सत्ता पक्ष और विपक्ष में तकरार हुई। वहीं, विधानसभाके बाहर विपक्ष ने पारा शिक्षकों को स्थायी करने और समान काम के समान वेतन की वकालत की।

        मंत्री-विधायकों ने पारा शिक्षकों की राय जानी

उधर, विधानसभाकी कार्यवाही समाप्त होने के बाद तीन मंत्री और सत्ताधारी दल के एक दर्जन विधायकों ने पारा शिक्षकों की राय जानी। मंत्री सीपी सिंह, अमर कुमार बावरी और रणधीर सिंह के साथ भाजपा विधायक साधुचरण महतो, गंगोत्री कुजूर, बिमला प्रधान, शिवशंकर उरांव, रामकुमार पाहन, जितुचरण राम, लक्ष्मण टूडू, सत्येंद्रनाथ तिवारी ने पारा शिक्षकों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। कुछ देर तक बैठक में शिक्षा मंत्री नीरा यादव भी थी। बाद में वह यह कहकर चली गयी कि आपलोग क्या चाहते हैं, बता दें। उसपर बात करने के लिए वह तैयार हैं। मंत्री और विधायकों ने पारा शिक्षकों के प्रतिनिधि से जानना चाहा कि वे क्या चाहते हैं। पारा शिक्षकों ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तर्ज पर वेतनमान मिले। हड़ताल के दौरान काल के गाल में समा गये पारा शिक्षकों के परिजनों को 25 लाख रुपये मुआवजा और एक आश्रित को सरकारी नौकरी दी जाये। जिन पारा शिक्षकों पर पीड़क कारवाई हुई है, उसपर अविलंब रोक लगे। पारा शिक्षकों की मांगों को सुनने के बाद यह कहा गया कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचा दिया जायेगा और बहुत जल्द इसपर सरकार के साथ वार्ता के लिए आमंत्रित किया जायेगा।

सदन में आसमान उठाये चिल्लाता रहा विपक्ष

इधर पारा शिक्षकों के मामले पर सदन में आसमान उठाये विपक्ष चिल्लाता रहा। सदन के अंदर और बाहर विपक्ष के विधायकों ने पारा शिक्षकों के मामले पर हंगामा किया। झामुमो के कुछ विधायकों अपनी कमीज पर नारा लिखकर सदन की कार्यवाही में शामिल हुए। इसपर स्पीकर ने उन्हें संसदीय मयार्दा के पालन की सलाह दी। चालू सत्र में और किसी मुद्दे पर बात हो नहीं रही और मामले पर कोई रास्ता निकल कर भी सामने नहीं आ रहा है। विधानसभाकी कार्यवाही शुरू होने से पहले ही विपक्ष के विधायकों ने मु्ददे को लेकर सदन के बाहर धरना-प्रदर्शन किया। कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष का हंगामा शुरू हो गया। विधानसभामें पारा शिक्षकों के मामले में के्रडिट लेने की होड़ भी दिखी। दोनो पक्ष इस मसले पर चर्चा तो चाह रहे थे, लेकिन अपनी शर्तों पर। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही इस मामले पर प्रदीप यादव समेत अन्य सदस्यों ने चार अलग-अलग कार्य स्थगन का प्रस्ताव स्पीकर के समक्ष रखा। विपक्ष के हंगामा को देखते हुए सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गयी।

इस मामले में नेता प्रतिपक्ष हेमंत सोरेन ने सदन में कहा कि सरकार ने इस मामले में संवेदनहीनता दिखायी है। एक महीना से ऊपर हो गया है। चाहे वह महिला टीचर हो या पुरुष, सभी के प्रति सरकार ने क्रूरता का परिचय दिया। राज्य की स्थिति •ायावह हो गयी है। राज्य गठन के बाद से आज तक किसी आंदोलन में किसी की जान नहीं गयी, लेकिन इस बार आंदोलन में पारा शिक्षकों की जान जा रही है। इस मामले पर सीएम को जवाब देना चाहिए। कहा कि सरकार ने सदन को जागीर बना रखा है। जब तक पारा शिक्षकों के बच्चे मरेंगे नहीं, उनकी पत्नी मरेगी नहीं या पारा शिक्षक आत्महत्या नहीं करेंगे, तब तक सरकार नहीं जागेगी।

सदन के बाहर भी प्रदर्शन, पारा शिक्षकों की गांधीगिरी

पारा शिक्षकों ने •ाले ही अपनी मांगों से सरकार के मंत्रियों और भाजपा के विधायकों को अवगत करा दिया है, पर उन्हें नहीं पता कि वार्ता किसके साथ होगी। उन्हें सरकार से वार्ता की बात अखबारों के जरिये मिली। सरकार ने वार्ता के लिए कोई पत्र जारी नहीं किया। पारा शिक्षक भी चाहते हैं कि मामले का समाधान निकले। वे चाहते हैं कि वार्ता के लिए जिम्मेदार व्यक्ति बैठे। बजाप्ता इसके लिए पत्र निर्गत किया जाये। जो भी वार्ता में तय हो उसपर सरकारी स्तर से निमानुकुल अधिसूचना जारी हो। इस बीच विधानसभापरिसर में पारा शिक्षकों की गांधीगिरी भी देखने को मिली। पारा शिक्षक विधायक आवास में सभी विधायकों को गुलाब का फुल भेट कर मामले के समाधान का आग्रह करते दिखे। इधर सदन के बाहर भी बिरसा चौक पर पारा शिक्षकों ने धरना-प्रदर्शन किया, जिसमें विधायक विकास मुंडा भी शामिल रहे।

  1. मुख्यमंत्री रघुवर दास ने दागी सीओ और बीडीओ की संपत्ति की जांच एसीबी से कराने का आदेश दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि सीओ और बीडीओ खुलेआम सरकार को बदनाम करने में जुटे हैं। सीएम बुधवार को जनसंवाद के दौरान सीधी बात कर रहे थे। सीएम ने कई जिलों के डीसी को फटकार भी लगायी। साथ ही तत्काल प्रभाव से डुमरी गिरीडीह के सीओ को हटाने का आदेश दिया। सीएम ने कहा कि जो अफसर गलत काम करते पकड़े जायेंगे, उनके आवास में सरकारी स्कूल खोला जायेगा। एक शिकायत में डुमरी पंचायत सदस्य ने कहा कि उनकी कोई शिकायत नहीं सुनता, लिहाजा उसने पद से इस्तीफा दे दिया। शिकायत सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने सीओ को हटाने का आदेश दिया। मुख्यमंत्री ने जिलों के स्वास्थ्य उपकेंद्रों में एएनएम की नियुक्ति नहीं होने पर भी चिंता जतायी। कहा कि हर हाल में 15 जनवरी तक एएनएम की नियुक्ति हो जानी चाहिए। सभी डीसी को 28 दिसंबर को प्रेसवार्ता करने का आदेश जारी किया, ताकि सरकार के चार साल पूरे होने पर उपलब्धियों को जनता के सामने पेश किया जा सके।
  2. एनआइए ने दिल्ली और कई राज्यों को दहलाने की साजिश का •ांडाफोड़ करते हुए 10 लोगों को गिरफ्तार किया है। एनआइए के आइजी ने मीडिया को बताया कि एजेंसी द्वारा की गयी छापामारी के बाद इन सभी को गिरफ्तार किया गया है। इनमें मौलवी से लेकर इंजीनियर तक शामिल हैं। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से आइएस के नये मॉड्यूल को ध्वस्त कर दिया गया है। आइजी ने बताया कि गिरफ्तार किये गये लोग देश की कई मुख्य हस्तियों, प्रतिष्ठानों और दिल्ली के बड़े बाजारों को निशाना बनाने की तैयारी में थे। ये लोग अगले कुछ ही दिनों में ही कई जगहों पर बम धमाके या फिर फिदायीन अटैक करने की तैयारी में थे। ये लोग आइएसआइएस के नये मॉड्यूल हरकत-उल-हर्ब-ए-इस्लाम के जरिये साजिश रच रहे थे।
  3. आदिवासियों के सर्वनाश के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और चर्च सबसे ज्यादा दोषी हैं, जिसने पिछले 40 वर्षों से आदिवासियों को ठगते हुए सबसे ज्यादा धोखा दिया है। यह बातें झारखंड दिशोम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सालखन मुर्मू ने ने कही। उन्होंने कहा कि झामुमो ने आदिवासी के हितों की रक्षा के बजाय, हमेशा उन्हें ठगने का प्रयास किया। आदिवासियों का विकास जिस प्रकार होना चाहिए, उस प्रकार नहीं हुआ। सालखन ने चर्च पर हमला करते हुए कहा कि चर्च के अधिकांश धर्मगुरु आदिवासियों के अस्तित्व की रक्षा के लिए कुछ नहीं करते हैं। वह अपने चेलों के द्वारा चुनाव के समय झामुमो और कांग्रेस को वोट देने •ार का निर्देश देकर इतिश्री कर लेते हैं। इनको आदिवासियत से ज्यादा इसाइयत प्यारी है।
  4. लातेहार में जंगली हाथियों के दल ने जमकर उत्पात मचाया। हाथी सरिया प्रखंड के कोनिया स्थित उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय में गेट तोड़कर घुस गये। इसके बाद बच्चों के मध्याह्न •ोजन के लिए रखे करीब डेढ़ क्विंटल आटा, चावल एवं चावल चट कर गये। वन विभाग के कर्मियों एवं ग्रामीणों ने मशाल जलाकर एवं पटाखे फोड़कर हाथियों को •ागाया। गौरतलब है कि पिछले एक सप्ताह से जंगली हाथियों का दल पीरटांड़, डुमरी एवं सरिया में उत्पात मचा रहा है। जानकारी के मुताबिक, थाना क्षेत्र के उत्क्रमित प्राथमिक विद्यालय कोनिया में बिछड़े हुए हाथियों ने मंगलवार की शाम लग•ाग सात बजे तोड़फोड़ की। वहां रखे मध्याह्नन •ोजन का लग•ाग डेढ़ क्विंटल चावल चट कर गये।

अब आज की राजनीतिक हलचल:

नवनिर्वाचित विधायक कोनगाड़ी मिले राहुल गांधी से

कोलेबिरा उपचुनाव में 18 साल बाद कांग्रेस को फिर से स्थापित करने वाले नवनिर्वाचित विधायक विक्सल कोनगाड़ी दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से मिले। कोलेबिरा में 18 वर्षों के अंतराल के बाद कांग्रेस पार्टी की जबरदश्त जीत हुई. इस जीत से उत्साहित राहुल गांधी ने विक्सल कोंगाड़ी को मिलने के लिए दिल्ली बुलाया था। दोनों के बीच करीब आधे घंटे तक बातचीत हुई। बातचीत के क्रम में कोनगाड़ी ने  कोलेबिरा क्षेत्र के ज्वलंत समस्याओं से पार्टी अध्यक्ष को अवगत कराया। राहुल गांधी ने कोनगाड़ी से पारिवारिक जानकारी ली और जीत के कारणों पर भी चर्चा की।

मंगल पांडेय बने झारखंड में भाजपा के चुनाव प्रभारी

2019 के लोकसभाचुनाव को लेकर भाजपा ने तैयारी तेज कर दी है। ज्यादातर राज्यों के चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त कर दिये गये हैं। झारखंड के लिए भी भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने चुनाव प्रभारी नियुक्त किया है। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को झारखंड भाजपा का चुनाव प्रभारी बनाया गया है। इसे लेकर भाजपा की तरफ से अधिसूचना जारी हो गयी है। दरअसल, मंगल पांडेय बिहार भाजपा के अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके साथ वह हिमाचल प्रदेश के विधानसभाचुनाव में भी प्रभारी थे। उनके नेतृत्व में पार्टी को जीत मिली।

कांग्रेस विधायक राज्यपाल से मिले, पारा शिक्षकों के स्थायीकरण की मांग

पारा शिक्षकों की मांगों को लेकर बुधवार को कांग्रेस विधायकों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू से मिला। उन्होंने पारा शिक्षकों की मांगों से संबंधित ज्ञापन राज्यपाल को सौंपा। कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि जिस तरह राज्य सरकार ने इन पारा शिक्षकों पर लाठी बरसाने का काम किया है, वह काफी कायरतापूर्ण है। यहां तक कि कई पारा शिक्षकों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार ने अब तक इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया है।

हेडलाइंस:

सिख दंगा पीड़ितों ने राजीव चौक कालिख पोत राजीव गांधी भारत रत्न वापस लेने की मांग की

सिख नरसंहार में सज्जन कुमार को उम्रकैद की सजा मिलने के बाद राजीव गांधी पर सियासत गरमा गयी है। बुधवार को कनॉट प्लेस के मशहूर राजीव चौक पर सिख दंगा पीड़ितों का समूह पहुंचा और वहां लगे बोर्ड पर लिखे राजीव नाम पर कालिख पोत दी। इन लोगों की मांग है कि दिल्ली विधानसभामें राजीव गांधी से भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पास किया जाना चाहिए।

सुदर्शन चक्र लेकर जंतर-मंतर पर नौ जनवरी को प्रदर्शन करेंगे तेज प्रताप

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव नौ जनवरी को जंतर मंतर पर प्रदर्शन करेंगे। तेज प्रताप ने कहा है कि वह अपने पिता लालू प्रसाद यादव को छुड़ाने के लिए यह कार्यक्रम करेंगे। तेज ने कहा कि उनका उद्देश्य लोगों को एकजुट होकर लालू यादव को छुड़ाना है। निर्दोषों के खिलाफ साजिश की जा रही है। इसलिए हम सबको एकजुट होना पड़ेगा।

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