रजरप्पा। राज्य के पेयजल स्वच्छता मंत्री चंद्रप्रकाश चौधरी के सांडी स्थित आवास के सामने पिछले छह दिन से धरने पर बैठी महिला पारा शिक्षक जीनत खातून की शुक्रवार को मौत हो गयी। जानकारी के अनुसार हुप्पू उर्दू कन्या मध्य विद्यालय की पारा शिक्षिका जीनत की तबीयत पहले से खराब थी। वह पिछले छह दिन से धरने पर बैठी थीं। वहां दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें तत्काल मेडिका रांची में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी। जीनत खातून की मौत के बावजूद धरना छठे दिन भी जारी रहा।
पारा शिक्षकों ने कहा कि जीनत खातून की कुर्बानी बेकार नहीं जाने दी जायेगी। पारा शिक्षक आखिरी सांस तक लड़ेंगे। सरकार हमारी रोजी-रोटी तो छीन चुकी है। झारखंड एकीकृत पारा शिक्षक संघ के प्रदेश संयोजक विनोद तिवारी ने कहा कि अधिकारी पारा शिक्षकों के साथ अन्याय कर रहे हैं। इससे हमारा हौसला नहीं टूटा है। जब तक मांगें पूरी नहीं होंगी, घेरा डालो डेरा डालो कार्यक्रम जारी रहेगा। पारा शिक्षक त्रिपाल महतो ने कहा कि संगठन के पदाधिकारी जीनत खातून के परिवार वालों से मिलेंगे। मौके पर शिशुपाल महतो, अंबू कुमार मेहता, लालदेव कुमार, संजय केवट, चंद्रदेव कुमार, सुनील प्रसाद, कामेश्वर महतो, जवाहर अंसारी, लखन महतो, विमलेश महतो, चंद्रमोहन करमाली, पंचदेव महतो, पूनम किडो, मालती देवी, शबनम नाज, सबीना बानो, होलिका देवी, विवेक खन्ना, सुहाना खातून, सरिता देवी मौजूद थीं।

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