नयी दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राजनीतिक जीवन पर बनी फिल्म द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। गुरुवार रात भाजपा के ट्विटर हैंडल से इसका ट्रेलर पोस्ट किया गया। शुक्रवार को इस पर मीडिया ने मनमोहन से सवाल किया, तो वे बिना जवाब दिए आगे बढ़ गये।
फिल्मकारों को भेजा नोटिस
महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस ने इस फिल्म के निमार्ताओं को नोटिस भेजा है। संगठन के पदाधिकारियों ने रिलीज से पहले फिल्म उन्हें दिखाने की मांग की है। यह फिल्म पत्रकार संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ पर आधारित है। बारू 10 साल तक यूपीए सरकार के कार्यकाल में प्रधानमंत्री के मीडिया सलाहकार रहे थे। उधर, कांग्रेस सांसद पीएल पुनिया ने मीडिया से कहा, यह भाजपा का खेल है। उन्हें पता है कि (सरकार के) पांच साल पूरे हो गये। उसके पास जनता को बताने के लिए कुछ नहीं है, ऐसे में वह ध्यान भटकाने के लिए यह हथिकंडे अपना रही है।
यह फिल्म लोकसभा चुनाव से करीब तीन महीने पहले आ रही है, ऐसे में इसकी काफी चर्चा है। ट्रेलर से पता चलता है कि फिल्म में कांग्रेस के अंदर की उठा-पटक को दिखाया गया है। इसमें यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनके परिवार पर निशाना साधा गया है।
अनुपम ने निभाया मनमोहन का किरदार
फिल्म में मनमोहन सिंह का किरदार अनुपम खेर ने और सोनिया गांधी का किरदार जर्मन एक्ट्रेस सुजैन बर्नेट ने निभाया है। राहुल गांधी की भूमिका में अर्जुन माथुर नजर आएंगे।
अनुपम ने कहा- विरोध से प्रचार ही होगा
फिल्म पर लोगों की आपत्ति को लेकर अनुपम खेर से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, जितना वे विरोध करेंगे, फिल्म को उतना ही प्रचारित करेंगे। इस विषय पर किताब 2014 में ही आ गयी थी तब कोई विरोध-प्रदर्शन नहीं किया गया। उन्होंने कहा, जलियांवाला बाग या होलोकास्ट (द्वितीय विश्वयुद्ध के वक्त जर्मनी में हुआ नरसंहार) की घटना पर फिल्म बनायी जाये, तो उसमें तथ्यों को नहीं बदला जा सकता।
महाराष्ट्र यूथ कांग्रेस की आपत्ति पर खेर ने कहा, हाल ही में राहुल गांधी जी का ट्वीट पढ़ा था। जिसमें उन्होंने अभिव्यक्ति की आजादी पर बोला था। ऐसे में मेरा मानना है कि उन्हें उन लोगों को डांटना चाहिए कि आप लोग गलत काम कर रहे हो। अनुपम ने यह भी कहा, उनके (कांग्रेस) नेता पर फिल्म बनी है, उन्हें खुश होना चाहिए। आपको भीड़ लेकर भेजनी चाहिए फिल्म देखने के लिए, क्योंकि डायलॉग हैं उसमें।
मधुर भंडारकर ने कहा- मैं भी भुक्तभोगी
उधर, फिल्मकार मधुर भंडारकर ने कहा, मैं खुद इसका भुक्तभोगी हूं। पिछले साल इमरजेंसी पर बनी मेरी फिल्म इंदु सरकार का भी देशभर में विरोध किया गया था। फिल्म किताब पर आधारित थी। जब यह किताब लोगों के बीच आई तब इसका विरोध नहीं किया गया था।