- कांग्रेसियों को मिला निर्देश, विस्थापितों के आंदोलन से जुड़ जायें
आजाद सिपाही संवाददाता
रांची। अघ्यक्ष बनने के बाद राहुल गांधी ने पहली बार किसी राज्य में चल रहे आंदोलन में सक्रिय भागीदारी निभाने के लिए अपनी प्रदेश इकाई को निर्देशित किया है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गोड्डा में अडाणी पावर प्लांट के खिलाफ चल रहे विस्थापितों के आंदोलन को पार्टी का सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की है। उन्होंने इस बाबत झारखंड प्रदेश कांग्रेस को पत्र लिख कर विस्थापितों के हक में आंदोलन की रूपरेखा तैयार करने का निर्देश दिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ अजय कुमार को भेजे पत्र में राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं-नेताओं को विस्थापितों के आंदोलन से जुड़ने को कहा है। गोड्डा में चल रहे विस्थापितों के आंदोलन में भागीदारी निभाने की घोषणा के साथ ही राहुल गांधी ने झारखंड की राजनीति में धमाकेदार इंट्री की है। सूत्रों के अनुसार बहुत जल्दी राहुल गांधी गोड्डा का दौरा भी कर सकते हैं। बता दें कि कांग्रेस को छत्तीसगढ़ में जीत हासिल होने के बाद पड़ोसी राज्य झारखंड पर पार्टी आलाकमान का विशेष ध्यान है। कांग्रेस इसके लिए विशेष तैयारी में जुट गयी है। बताया जाता है कि गोड्डा में भूमि अधिग्रहण मामले को लेकर कांग्रेस जल्द ही आक्रामक रुख अख्तियार करेगी।
राहुल गांधी ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष से कहा है कि अडाणी पावर प्लांट के लिए भूमि अधिग्रहण की वजह से प्रभावित लोगों के साथ कांग्रेस कंधा से कंधा मिला कर आंदोलन की रूपरेखा तैयार करे और उनके हक की लड़ाई में साथ खड़े हों। राहुल गांधी के इस पत्र को लेकर कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता शमशेर आलम गोड्डा चले गये हैं।
शमशेर आलम ने कहा कि अडाणी पीएम के दोस्त हैं। ऐसे में गोड्डा के विस्थापितों की लड़ाई लड़ने का निर्देश झारखंड कांग्रेस को दिया गया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के संदेश को गोड्डा के लोगों के बीच जारी किया जायेगा, ताकि वर्तमान केंद्र और राज्य की बीजेपी सरकार के किसान और आम लोगों के विरुद्ध नीतियों के खिलाफ लोग खड़े हो सकें और भूमि अधिग्रहण की वजह से विस्थापित हुए लोगों को उनका हक मिल सके। कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा गोड्डा के मामले पर दिखायी गयी गंभीरता प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में एक नयी ऊर्जा का संचार कर रही है।