रांची। रांची समेत पांच जिलों में दुष्कर्म पीड़िताओं का सामाजिक बहिष्कार करने के मामले की मजिस्ट्रियल जांच होगी। समाज कल्याण विभाग ने रांची, धनबाद, हजारीबाग, पलामू और पूर्वी सिंहभूम के डीसी को पत्र भेजकर कहा है कि वह मामले का सत्यापन कर विभाग को रिपोर्ट भेजें। जांच कम से कम एसडीएम स्तर के अफसर को देने का निर्देश दिया गया है। समाज कल्याण विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने साेमवार को अफसरों के साथ बैठक की। जिसमें पहले पीड़िताओं की वास्तविक स्थिति पता की जाये। जिलों से रिपोर्ट आने पर आगे कार्रवाई की जाये।
मुख्य सचिव की बैठक में भी बहिष्कार का मामला
मुख्य सचिव सुधीर त्रिपाठी ने सोमवार को राज्य के सभी जिलों के डीसी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। इसी दौरान कल्याण विभाग के सचिव अमिताभ कौशल ने 5 जिलों के डीसी को दुष्कर्म पीड़िताओं के बहिष्कार की जांच कराने का निर्देश दिया।
चान्हो में पीड़िता से मिले सीओ
चान्हो के सीओ प्रवीण कुमार सिंह ने सोमवार को दुष्कर्म पीड़िता परी (काल्पनिक नाम) और उसके परिजनों से मुलाकात की। उसके स्कूल के शिक्षक, आंगनाबाड़ी सेविका और आस-पड़ोस के लोगों से बातचीत की। सीओ ने कहा कि परी जब भी घर से निकलती है, उसे परेशान किया जाता है। परेशान कौन करता है, इसकी जानकारी नहीं दी। सीओ ने कहा कि पीड़िता को हरसंभव सरकारी मदद मुहैया कराई जायेगी। डालसा ने दो लाख रुपए का चेक दिया है। कल्याण विभाग भी पीड़िता के भरण-पोषण के लिए हर माह दो हजार रुपए देगी। उसे किशोरी निकेतन में रखकर राेजगार की ट्रेनिंग दी जायेगी। अगर वह दूसरी जगह भी रहना चाहे तो इसकी व्यवस्था की जायेगी।