दीपेंद्र प्रभंजन
बोकारो। इस्पात नगरी का एक महत्वपूर्ण पता है आवास संख्या 14, सेक्टर-1 सी। यह आवास झामुमो के अध्यक्ष और राज्य की सबसे कद्दावर राजनीतिक हस्ती शिबू सोरेन का है। यह घर गुरुजी को बेहद प्रिय है। उन्हें यहां रहनेवाले कबूतरों से प्रेम है। गुरुजी जब भी यहां आते हैं, इन कबूतरों को दाना देते हैं। विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की प्रचंड जीत का पहला संकेत इन परिंदों ने ही गुरुजी को दिया था।
बताया जाता है कि चार-पांच साल पहले तक गुरुजी के इस आवास पर बड़ी संख्या में कबूतर आते थे, लेकिन धीरे-धीरे उनकी संख्या कम होती गयी और एक साल से यहां कोई कबूतर नहीं था। 20 दिसंबर की शाम को यहां अचानक से करीब 50 कबूतर आये और वहां रहना शुरू कर दिया। मतगणना के दिन 23 दिसंबर तक उनकी संख्या तीन गुना बढ़ गयी। वहां के लोगों का कहना है कि विधानसभा चुनाव में जीत का संदेश लेकर ये कबूतर यहां आये हैं। वैसे भी कबूतरों को संदेशवाहक माना जाता है और जनजातीय समाज में भी इन परिंदों को ईश्वर के करीब समझा जाता है।
लोगों का कहना है कि अंतिम चरण के चुनाव के दिन कबूतरों के लौटने के दिन ही यहां महागठबंधन की जीत के कयास लगाये जाने लगे थे। शाम को एग्जिट पोल के नतीजों ने उन कयासों को पुख्ता किया और 23 की सुबह जब कबूतरों की संख्या बढ़ गयी, तभी लोगों को महागठबंधन की जीत का भरोसा हो गया था।
Previous Articleसुनील बर्णवाल हटाये गये
Next Article झारखंड में एनआरसी लागू नहीं होगा : आलम