रांची। आॅल इंडिया अनुसूचित जाति जनजाति पिछड़ा वर्ग एंप्लॉय कोआर्डिनेशन काउंसिल की बैठक सीसीएल विचार मंच सभागार में सोमवार को हुई। विद्युत विभाग के जेनरल मैनेजर राकेश प्रसाद की अध्यक्षता में छह घंटे चली बैठक में सभी विभागों में अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के कर्मचारियों के साथ हो रहे जातिगत दुर्व्यवहार, आरक्षण प्रमोशन को लेकर विभिन्न प्रकार के मुद्दे उठाये गये। सभी ने बारी-बारी से अपने-अपने विभागों की समस्या को रखा। संजय कुमार ने विस्तार पूर्वक सभी को आरक्षण-प्रमोशन की समस्याओं का निराकरण करने पर पहल की। राकेश प्रसाद ने कहा कि निश्चित तौर पर झारखंड में नियुक्ति, आरक्षण प्रमोशन में नियमों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं और इसे देखने वाला कोई नहीं है।
काउंसिल इसके लिए राज्य स्तर से लेकर केंद्र स्तर तक लड़ाई लड़ेगी। संथाल परगना अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के अध्यक्ष डॉ राजेश कुमार दास ने सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका में नियुक्ति, आरक्षण, प्रमोशन के मुद्दे को उठाया। कहा कि विश्वविद्यालय में झारखंड सरकार और केंद्र सरकार के सारे नियमों को ताक पर रखते हुए पूर्व के कुलपति डॉ मनोरंजन प्रसाद सिन्हा ने मनमाने तरीके से सामान्य वर्ग के व्यक्तियों को नियुक्त कर लिया है।
गलत प्रमाण पत्र के आधार पर भी कुछ सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति कर ली है। इतना ही नहीं, उन्होंने वरीयता के क्रम को भी तार-तार कर दिया है, इसका जीता जागता उदाहरण अभी विश्वविद्यालय में देखने को मिल रहा है कि 1985 में बहाल हुए असिस्टेंट प्रोफेसर को प्रमोशन नहीं देते हुए 1996 में बहाल हुए सहायक प्रोफेसर को एसोसिएट प्रोफेसर में प्रोन्नति दे दी गयी है। अध्यक्ष बृजकिशोर राम ने आश्वस्त किया कि सभी मुद्दों को राज्यपाल के समक्ष रखा जायेगा। बैठक में मुख्य रूप से रजक संजय कुमार, महेश सोरेन, मनोज कुमार करमाली, आरपी सिंह समेत अन्य उपस्थित थे।
नियुक्ति-प्रमोशन में भेदभाव का मामला उठा
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