आज 25 दिसंबर है। लोग क्रिसमस की खुशियां मना रहे हैं। लेकिन इस बार नये साल की रौनक दिखायी नहीं पड़ रही है। इसका सबसे बड़ा कारण है कोरोना महामारी। इसके कारण राजधानी रांची, लौहनगरी जमशेदपुर और काले हीरे की नगरी धनबाद समेत पूरे राज्य में इस बार क्रिसमस और नये साल के जश्न की चमक फीकी दिख रही है। कोरोना संक्रमण के कारण इस बार बाजारों से रौनक और पर्यटकों की भीड़ गायब है। स्थानीय होटलों और रेस्तरां के मुताबिक, हालांकि क्रिसमस और नये साल का दिन दोनों इस बार शुक्रवार को पड़ रहे हैं, जिससे सप्ताहांत बढ़ गया है, लेकिन होटलों के लिए कारोबार धीमा ही है। इस बार कोरोना वायरस के कारण नये साल के लिए होटलों को लगभग न के बराबर ही बुकिंग मिली हैं। इसी प्रकार क्रिसमस के लिए भी बहुत थोड़ी ही बुकिंग मिली हैं। प्रस्तुत है आजाद सिपाही के धनबाद ब्यूरो हेड मनोज मिश्र की रिपोर्ट।

यह पहली बार होगा जब क्रिसमस और नये साल के जश्न पर पर्यटकों एवं राज्य की जनता को हर साल की तरह इस बार इतनी चहल-पहल दिखायी नहीं देगी। इस वर्ष धनबाद क्लब में क्रिसमस तथा न्यू इयर सेलिब्रेशन नहीं किया जायेगा। भटिंडा फॉल, मैथन डैम और तोपचांची झील सहित अन्य पयर्टन स्थलों पर सैलानियों की भीड़ नहीं दिखेगी। बॉलीवुड थीम पार्टी का आयोजन नहीं होगा। अगर आप बैचलर्स हैं तो अनलिमिटेड लीकर, लजीज व्यंजन के साथ लक्की ड्रा का मजा नहीं ले पायेंगे। सिजलर्स डिशेज का खास इंतजाम नहीं होगा। बैचलर्स के लिए खास तौर पर डीजे नहीं दिखेंगे। वहीं, फैमिली पर्सन के लिए कैंडल लाइट डिनर की व्यवस्था, डांस शो के साथ नॉन-स्टॉप एंटरटेनमेंट भी नहीं होगा। धनबाद के बैंक मोड़ स्थित ओजोन प्लाजा, सेंटर प्वाइंट मॉल, श्रीराम प्लाजा और सरायढेला के ओजोन मॉल, सिटी सेंटर मॉल में आकर्षक सजावट पर भी ग्रहण के बादल हैंं। यहां कई गेम्स भी नहीं होंगे। हालांकि, न तो झारखंड सरकार और ना ही जिला प्रशासन नये साल को लेकर कोई गाइडलाइंस जारी किया है। लेकिन, राजस्थान, हिमाचल, उत्तराखंड समेत देश के अन्य राज्यों के सरकार ने नववर्ष की पूर्व संध्या पर सभी तरह के समारोह और भीड़ के इकट्ठा होने पर रोक लगा दी है। सरकार के आदेश के अनुसार प्रदेश के सभी शहर जिनकी आबादी एक लाख से अधिक है, उनमें नववर्ष की पूर्वसंध्या को रात्रि 8:00 से एक जनवरी प्रात: 6:00 बजे तक रात्रि कर्फ्यू लागू रहेगा। इन क्षेत्रों में बाजार रात्रि 7:00 बजे ही बंद कर दिये जायेंगे। कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार ने यह अहम निर्णय लिया है। इसके आधिकारिक आदेश जारी कर दिये हैं। ऐसे में साफ हो गया है कि इस बार झारखंड प्रदेश में न्यू ईयर का जश्न फीका होने वाला है। खास तौर पर पिकनिक स्पॉट पर सोशल डिस्टेंसिंग के पालन को लेकर कड़े निर्देश दिये गये हैं। इसे लेकर प्रशासन भी तत्पर दिख रहा है। जमशेदपुर में डिमना लेक पर पिकनिक मना रहे, 40 सैलानियों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने के कारण हिरासत में ले लिया गया। बाद में जमानत पर सभी रिहा हुए। इससे भी सैलानियों में पिकनिक आदि को लेकर खास उत्साह नहीं दिख रहा है।
नववर्ष पर शराब बिक्री के टूट सकते हैं पुराने सारे रिकॉर्ड
नववर्ष पर राज्य में कमाल का जश्न दिखता है। हर तरफ उल्लास का माहौल। और इसमें जबरदस्त तड़का शराब का। नववर्ष पर राज्य में शराब बिक्री के सारे रिकॉर्ड टूट जाते हैं। सिर्फ धनबाद में महज 48 घंटे के अंदर 2-3 करोड़ रुपये की शराब बिक जाती है। यही हाल रांची, जमशेदपुर और बोकारो का भी है। इस बार शराब कारोबारियों को उम्मीद है कि नये साल 2021 पर शराब बिक्री के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त होंगे। 31 दिसंबर से लेकर एक जनबरी तक शराब बिक्री के सारे पुराने रिकॉर्ड टूटेंगे। आबकारी विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक साल 2020, साल 2019 में धनबाद जिले में महज 48 घंटे के अंदर सवा दो करोड़ से अधिक रुपये की शराब बिकी। इसबार यह आकड़ा तीन करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है। आकड़ों के अनुसार साल 2020 एवं 2019 में 31 दिसंबर को तो एक जनवरी से भी ज्यादा सरकारी दुकानों से शराब की बिक्री हुई। 31 दिसंबर को पूरे धनबाद में सरकारी दुकानों से करीब सवा करोड़ की शराब बिक्री हुई वहीं अगले दिन एक जनवरी को एक करोड़ से अधिक रुपये की शराब की यहां बिक्री हुई। जबकि साल 2018 में यह आंकड़ा करीब दो करोड़ का था और साल 2017 करीब पौने दो करोड़ रुपये की शराब धनबाद में बिकी थी।
होटल कारोबारियों को हो सकता है करोड़ों का नुकसान
लॉकडाउन का असर सबसे ज्यादा होटल इंडस्ट्री पर पड़ा है। कोरोना वायरस की चर्चा के साथ ही होटल में गेस्ट का आना कम हो गया था। 22 मार्च को जनता कर्फ्यू उसके बाद लॉकडाउन से होटल इंडस्ट्री का कारोबार ठप है। कोरोना काल के कारण इस बार होटलों और रेस्टोरेंटों में नये साल का जश्न नहीं होगा। कोरोना के कारण मंदी की मार झेल रहे होटल कारोबार पर लगभग एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान है।
सिर्फ धनबाद में सोनोटेल, सेवेंटिन डिग्री, स्काइलॉर्क, कुकुन सहित 95 होटल व 120 रेस्टोरेंट हैं। लगभग 25 होटल में रेस्टोरेंट, बैंक्वेट हॉल एवं बार की सुविधा है। धनबाद में होटल इंडस्ट्री में प्रतिमाह लगभग 20 करोड़ का कारोबार होता है। रांची और जमशेदपुर में भी 25 से 30 करोड़ रुपये का कारोबार हो जाता है। पहले नये साल के जश्न को मनाने के लिए होटलों में खास तौर पर प्रबंध रहते थे। इसमें कुछेक होटल जहां कपल एंट्री के लिए पांच हजार रुपये से लेकर सात हजार रुपये लेकर खास प्रबंध रखते थे, वहीं दूसरी ओर डीजे की धुनों पर थिरकने के साथ रात को डिनर व स्नैक के साथ ड्रिक्स का भी प्रबंध रहता था।
केक की मांग बरकरार
क्रिसमस से शुरू हुई केक की मांग नये साल के आगमन तक लगातार जारी रहती है। प्लम केक, ड्राई केक, मार्बल केक, ड्राईफ्रूट केक, चॉकलेट मार्बल, चॉकलेट केक की मांग सर्वाधिक है। बेकरी संचालकों की मानें तो क्रिसमस के बाद अब लोग नये साल को लेकर केक आॅर्डर कर रहे हैं। ज्यादातर आॅर्डर छोटे केक का है। लोग अपनी पसंद के लजीज स्वाद वाले केक बनवा रहे हैं। बाजार में 80 रुपये पाउंड से लेकर 500 रुपये तक के केक मिल रहे हैं।
सैलानियों के लिए सज-धज कर तैयार नहीं तोपचांची झील
दो मौके ऐसे होते हैं जब लोग सैर सपाटे, पिकनिक का कार्यक्रम बनाते हैं। एक गर्मी की छुट्टियों में दूसरा दिसंबर के आखिरी सप्ताह में। अगर आपके पास क्रिसमस फेस्टिवल और नये वर्ष को सेलिब्रेट करने का मौका हो तो फिर मजा दोगुना हो जाता है। जो रोज काम-काज से ब्रेक लेकर नये साल को स्पेशल बनाना चाहते हैं। नये साल पर जीवन में नया उमंग और तरंग भरना चाहते हैं। काम-काजी लोग भी प्रतिदिन के उबाऊ काम से ब्रेक चाहते हैं। ऐसे में लोग प्रकृति की गोद में जाकर सैर-सपाटा एवं मौज-मस्ती करना पंसद करते हैं। मतलब वनभोज। ऐसे लोगों के लिए धनबाद जिले में स्थित तोपचांची डैम अपनी खूबसूरती व सौंदर्यता के लिए देश भर में जाना जाता है। यहां की हरी-भरी वादियां, शरीर को छेद देने वाली ठंडी हवाएं, कलकल करती झील, पहाड़ एवं पर्वतों का प्राकृतिक सौंदर्य, झारखंड ही नहीं, बल्कि बंगाल, बिहार और ओड़िशा के सैलानियों को भी अपनी ओर आकर्षित करता है। लेकिन, नये वर्ष 2021 पर तोपचांची झील समेत भटिंडा फॉल, मैथन डैम सैलानियों के लिए सज-धर कर तैयार नहीं हैं।
नये साल में भी नहीं खुलेगा आइआइटी, आइएसएम
आइआइटी आइएसएम नये सत्र में भी नहीं खुलेगा। कक्षाएं आॅनलाइन मोड पर ही चलेंगी। एक दो दिनों में जनवरी से मई 2021 का शैक्षणिक कैलेंडर भी संस्थान की ओर जारी कर दिया जायेगा। इसका निर्णय सीनेट की बैठक में लिया गया है। फलस्वरूप, धनबाद में नये साल पर टेक्नोक्रेट स्टूडेंट्स का जलवा नहीं दिखायी देगा।

पहले से ही खराब है होटल-रेस्टोरेंट का कारोबार
झारखंड इंडस्ट्री एंड ट्रेड एसोसिएशन (जीटा) के महासचिव राजीव शर्मा ने कहा कि कोविड-19 के कारण होटल कारोबार पहले ही बुरे दौर से गुजर रहा है। हर तरह के ट्यूरिज्म बंद है। पिछले करीब दस माह से बंद पड़ी होटल इंडस्ट्री को नये साल पर आयोजित कार्यक्रमों को लेकर कुछ आमदनी की उम्मीद रहती है। इस बार उम्मीदों पर पानी फिर गया है। करीब एक करोड़ रुपये का नुकसान होगा। उन्होंने बताया कि होटल इंडस्ट्री की ओर से अपने मुलाजिमों की संख्या को पचास प्रतिशत से ज्यादा कम किया जा चुका है।
उम्मीद है कि नया साल 2021 बेहतर होगा
जेएमएम व्यावसायिक प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष एवं जीटा के अध्यक्ष अमितेश सहाय ने कहा इस दिन का होटल प्रबंधक कारोबार के लिहाज से खौसतौर पर इंतजार करते थे। नये साल के कार्यक्रमों से उनकी आमदनी आम दिनों के मुकाबले चालीस प्रतिशत ज्यादा होती थी। एक होटल एवं रेस्तरां आम दिनों में प्रतिदिन पचास से एक लाख रुपये का कारोबार करता था। वहीं, नये साल वाले दिन कारोबार डेढ़ से दो लाख रुपये तक पहुंच जाता है। पहले ही कोरोना की गंभीरता के कारण होटल इंडस्ट्री का कारोबार 70 प्रतिशत गिर गया है। नये वर्ष वाले दिन भी कारोबार ना के बराबर रहेगा। इस बार कोरोना के कारण न्यू सेलिब्रेशन फीका रहने की उम्मीद है।
पूरी तरह सजग और सतर्क रहना होगा
रियल एस्टेट कारोबारी एवं बिल्डर तथा क्रडाई धनबाद के अध्यक्ष भाजपा नेता अमरेश सिंह ने कहा कहा कि प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार गिरावट आना प्रदेश के लिए शुभ संकेत है, लेकिन इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि हम लापरवाह हो जायें। उन्होंने कहा कि हमें सुरक्षित पूरी तरह सजग और सतर्क रहना होगा। 2020 में पूरी दुनिया कोरोना वायरस के खौफ में रही है। वहीं साल खत्म होते-होते कोरोना वायरस के नये किस्म के बारे में भी पता चला है। ऐसे में सभी फिर चौकन्ना हो गये हैं। होटल नये साल के स्वागत के लिए दिसंबर की शुरुआत में ही बुक हो जाते थे। इस बार कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण होटलों को एक भी बुकिंग नहीं मिली है। होटलों में हर साल क्रिसमस एवं न्यू ईयर को लेकर रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन होता था, लेकिन इस साल यह जश्न फीका रहने वाला है।

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