रांची। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत घर-घर नल से जल उपलब्ध कराने के कार्य में तेजी लायें। राज्य के 54 लाख से अधिक घरों को योजना से जोड़ना है, इसके लिए समयबद्ध तरीके से कार्य पूर्ण करें, जिससे ग्रामीणों को नल से शुद्ध जल उपलब्ध हो सके। मुख्यमंत्री सोमवार को पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर समयबद्ध तरीके से कार्य पूर्ण नहीं किया गया, तो कई परिवार इस योजना का लाभ लेने से वंचित रह जायेंगे। इसलिए समयबद्धता और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें। कार्य की गति को बढ़ाना होगा।
भू-गर्भ जल संवर्धन पर ध्यान दें अधिकारी
सीएम ने कहा कि लघु जलापूर्ति योजना के तहत पंचायत-टोला स्तर पर ग्रामीणों को सौर ऊर्जा आधारित बोरिंग के माध्यम से जल उपलब्ध कराया जा रहा है। उसके रखरखाव के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करना जरूरी है। भूगर्भीय जल के संवर्धन पर भी ध्यान देना आवश्यक है।
वीडियो साझा करें, पानी मिल रहा है या नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि साहेबगंज, दुमका समेत अन्य स्थानों में निवास करने वाले आदिम जनजाति परिवार को उपलब्ध कराये जा रहे पेय जलापूर्ति योजना से संबंधित वीडियो साझा करें। निर्माणाधीन 260 योजनाओं का कार्य जल्द पूर्ण करें। पेयजलापूर्ति योजना को पूर्ण करने में जितनी भी अंतर विभागीय मामले हैं, उनके लिए मुख्य सचिव स्तर पर बैठक बुला कर समस्या का निदान करें।
शौचालय निर्माण का सर्वे करायें
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत मिशन के तहत निर्मित शौचालय का सर्वे करायें। लाभुक इसका उपयोग कर रहे हैं या नहीं। सामुदायिक शौचालय के निर्माण पर भी ध्यान दें, इसमें ग्रामीणों की सहमति, उनकी आवश्यकताओं का ध्यान रखें। सामुदायिक शौचालय निर्माण के लिए बड़े, मंझोले और छोटे टोलों का चयन करें। इन शौचालयों का रखरखाव मनरेगा के माध्यम से किया जा सकता है। बैठक में मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, विकास आयुक्त केके खंडेलवाल, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, सचिव प्रशांत कुमार, निदेशक नैंसी सहाय उपस्थित थीं।
सीएम ने पेयजल-स्वच्छता विभाग के कार्यों की समीक्षा की
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