Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Sunday, June 8
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»Jharkhand Top News»समूह-समितियों के जरिये चलेगी पंचायती राज व्यवस्था: आलमगीर
    Jharkhand Top News

    समूह-समितियों के जरिये चलेगी पंचायती राज व्यवस्था: आलमगीर

    azad sipahi deskBy azad sipahi deskDecember 15, 2020No Comments2 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    रांची। झाखंड में ग्राम पंचायतों के चुनाव अगले साल जून के पहले संभव नहीं है। ऐसी स्थिति में राज्य सरकार पंचायती राज व्यवस्था को वैकल्पिक तौर पर संचालित करने के लिए रास्ता निकालने में जुट गयी है। ग्रामीण विकास मंत्री आलमगीर आलम ने कहा है कि जब तक पंचायतों के चुनाव नहीं होते, तब तक पंचायती राज व्यवस्था के लिए प्रत्येक पंचायत में समूह या समिति के गठन पर विचार किया जा रहा है। इन समूहों में पंचायती राज व्यवस्था के तहत कार्य कर चुके जनप्रतिनिधियों को भी शामिल किया जा सकता है।
    श्री आलम ने कहा कि राज्य सरकार पंचायतों के चुनाव कराये जाने तक संवैधानिक तौर पर वैकल्पिक व्यवस्था कायम कर लेगी। इसके विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श जारी है। राज्य सरकार किसी हाल में पंचायतों में विकास योजनाओं में गतिरोध नहीं आने देगी।
    चार जनवरी को खत्म हो रहा कार्यकाल
    झारखंड में ग्राम पंचायतों का कार्यकाल आगामी चार जनवरी को समाप्त हो रहा है। कोरोना के कारण इस वर्ष पंचायतों का त्रिस्तरीय चुनाव कराना संभव नहीं हो पा रहा है। हालांकि राज्य के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने इस साल 31 दिसंबर तक ग्राम पंचायतों का विघटन और पुनर्गठन की प्रक्रिया को पूरा करने का लक्ष्य तय किया था, लेकिन यह प्रक्रिया भी फिलहाल अटकी पड़ी है। ग्रामीण विकास विभाग की ओर से राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों और पंचायती राज पदाधिकारियों को पत्र लिखकर 31 दिसंबर तक पंचायतों की प्रशासनिक इकाइयों की सीमा में परिवर्तन का काम पूरा करने का निर्देश दिया गया था।
    मुखिया संघ ने विस्तार मांगा
    इधर राज्य मुखिया संघ की ओर से इस संबंध में चुनाव होने तक के लिए विस्तार मांगा गया है। चुनाव नहीं होने और पंचायत प्रतिनिधियों को विस्तार नहीं मिलने से शक्ति बीडीओ और डीसी को चली जायेगी। संघ का मानना है कि अधिकारियों को शक्ति मिलने से गांवों का विकास शिथिल पड़ जायेगा। 15वें वित्त आयोग का पैसा पंचायतें खर्च नहीं कर पायेंगी।
    2015 में हुए थे पंचायत चुनाव
    झारखंड में दूसरी बार पंचायत चुनाव 2015 में हुए थे। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव चार चरणों में 22 नवंबर से 12 दिसंबर के बीच कराये गये थे। 24 जिलों के 263 प्रखंडों में 4402 ग्राम पंचायतों मुखिया के लिए चुनाव हुए थे।

    Panchayati Raj system will run through group committees: Alamgir
    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleप्राचार्य, शिक्षक और कर्मचारी को मिला दो वर्ष सेवा विस्तार
    Next Article सीएम ने पेयजल-स्वच्छता विभाग के कार्यों की समीक्षा की
    azad sipahi desk

      Related Posts

      झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल

      June 7, 2025

      पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास

      June 7, 2025

      गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा

      June 7, 2025
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • झारखंड में आदिवासी लड़कियों के साथ छेड़छाड़, बाबूलाल ने उठाए सवाल
      • पूर्व मुख्यमंत्री ने दुमका में राज्य सरकार पर साधा निशाना, झारखंड को नागालैंड-मिजोरम बनने में देर नहीं : रघुवर दास
      • गुरुजी से गुरूर, हेमंत से हिम्मत, बसंत से बहार- झामुमो के पोस्टर में दिखी नयी ऊर्जा
      • अब गरीब कैदियों को केंद्रीय कोष से जमानत या रिहाई पाने में मिलेगी मदद
      • विकसित खेती और समृद्ध किसान ही हमारा संकल्प : शिवराज सिंह
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version