पूर्व केन्द्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता करीब दो साल पहले विधानसभा चुनाव के समय टिकट नहीं मिलने से नाराज होकर पार्टी छोडक़र कांग्रेस में चले गए थे। अब उन्होंने पुन: घरवापसी करते हुए भाजपा की सदस्यता ले ली। राजधानी भोपाल में मंगलवार को आयोजित भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और अन्य नेता भी मौजूद थे।
केन्द्र सरकार में भाजपा से मंत्री रह चुके सरताज सिंह को 75 साल से अधिक उम्र के फार्मूले के तहत 2018 में विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं मिला, जिससे नाराज होकर वे कांग्रेस में चले गए और होशंगाबाद से उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा, लेकिन वे भाजपा उम्मीदवार एवं पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा से हार गए। इसके बाद से वे राजनीति में सक्रिय नहीं दिखाई दिये। इसी बीच वे मंगलवार को भोपाल में किसान सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे और मंच पर पहुंचकर भाजपा का दामन थाम लिया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उन्हें पुन: पार्टी की सदस्यता दिलाते हुए घरवापसी कराई।

होशंगाबाद जिले के दिग्गज नेता सरताज सिंह ने इस अवसर पर कहा कि मैं वापस अपनी विचारधारा से जुड़ रहा हूं। उन्होंने कहा कि टिकट के लालच में कांग्रेस ज्वाइन नहीं की थी। कमलनाथ अच्छे नेता हैं। उनसे कोई बुराई नहीं। मुझे पद की कोई लालसा नहीं है। कोई पद नहीं चाहिए। उन्होंने कहा कि कई बार परिवार में मतभेद हो जाते हैं लेकिन अब मैं घरवापसी कर रहा हूं। मैं आज से नहीं, बल्कि पिछले 60 साल से भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हूं। आगे भी पार्टी के हित में कार्य करता रहूंगा।

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