झारखण्ड पार्टी के केंद्रीय प्रवक्ता आनन्द पॉल तिर्की ने कहा है कि किसान देश के अन्नदाता है। किसान का संकट सिर्फ किसान का नहीं है बल्कि रोज़गार और ग्रामीण भारत का भी है। हम किसानों पर किए जा रहे हर अत्याचार के ख़िलाफ़ हैं। आनन्द पॉल तिर्की सोमवार को पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इन किसानों से सम्मानपूर्वक बातचीत करनी चाहिए और नए कृषि क़ानून को वापस लेना चाहिए। जब देश के किसान ही इसके पक्ष में नहीं हैं, तो सरकार उसे किसानों पर क्यों थोपना चाहती है। नए कानून से किसानों को कोई फ़ायदा नहीं होगा। सिर्फ पूंजीपतियों को लाभ मिलेगा। किसानों को फसल का वाजिब दाम भी नहीं मिलता। इस क़ानून के बाद तो मंडी व्यवस्था ही ख़त्म हो जाएगी। प्राइवेट कंपनियां खेती में उतरेंगी। अगर सरकार का क़ानून ठीक रहता तो मोदी सरकार की ही कृषि राज्यमंत्री हरसिमरत कौर इस्तीफा क्यों देतीं?” झारखण्ड पार्टी किसानों के साथ खड़ी है। झारखण्ड पार्टी 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करती है।

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