मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के एक विस्तार की चर्चा तेज हो गई है। बताया जा रहा है कि योगी मंत्रिमंडल में छह से सात नए मंत्री शामिल किए जा सकते हैं। प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह से चर्चा कर चुके हैं अब वह केंद्रीय नेतृत्व को रिपोर्ट देंगे। इसके बाद तय किया जाएगा कि मंत्रिमंडल में कौन शामिल होगा और किसे बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा।
योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे चेतन चौहान और कमला रानी वरुण का निधन हो गया है। इसके कारण कैबिनेट में दो जगह खाली है, जबकि अन्य नए चेहरों को भी कैबिनेट में मौका देने की तैयारी है। भाजपा के प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह अब मिशन 2022 की तैयारी में लग गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि कुछ मंत्रियों के परफार्मेंस के आधार पर उन्हें हटाया जा सकता है। अब होने वाला योगी कैबिनेट का विस्तार अंतिम होगा। नए मंत्रिमंडल में छह से सात नए चेहरों को मौका मिल सकता है। आरोपों में घिरने वाले और खराब कामकाज वालों को बाहर किया जा सकता है। मंत्रिमंडल विस्तार में विधानसभा चुनाव 2022 को देखते हुए जातीय व क्षेत्रीय समीकरण को महत्व दिए जाने की चर्चा की है, जिससे इसका फायदा मिल सके। जिन वर्गों को अभी तक प्रतिनिधित्व मंत्रिमंडल में नहीं है उन्हें मौका दिया जा सकता है।