दुमका से अजय शर्मा
आजाद सिपाही। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का एक साल का कार्यकाल 29 दिसंबर को पूरा होगा। सीएम जो चाह रहे थे, वह कोरोना के कारण नहीं कर पाये, लेकिन अगले साल इन सब विकट परिस्थितियों से बाहर निकलने की पूरी कोशिश करेंगे और झारखंड को विकास की एक नयी दिशा देंगे। सोमवार को दुमका स्थित आवास में पत्रकारों से बात करते हुए सीएम ने कहा, पिछली सरकार ने पांच साल में जिस तरह से इस राज्य को दलदल में धकेल दिया है, उससे बाहर निकालना एक बड़ी चुनौती है। उसी में अभी समय लगेगा। कोरोना की चुनौती को किस तरह से कम संसाधन में लड़ा गया, वह पूरा राज्य जानता है। बावजूद इसके केंद्र है कि सहयोग करने को तैयार नहीं है। स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में तीन मेडिकल कॉलेज में नामांकन होल्ड कर दिया गया है। राज्य सरकार का पैसा सीधे बैंक से काटा जा रहा है, यह विपक्ष को नहीं दिखता है। सत्ता से बेदखल होने का दर्द उन्हें सता रहा है। भाजपा चुनाव कैसे लड़ती है और धनबल का उपयोग कैसे करती है, इसे हर कोई जानता है।

2021 युवाओं के लिए उम्मीदों का साल
सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि 2021 नयी उम्मीदों का साल होगा। नये वर्ष में बड़े पैमाने पर युवक-युवकों को नौकरी देने के लिए सरकार द्वारा कार्ययोजना तैयार की जा रही है। अगले साल मार्च तक लगभग 10 से 15 हजार युवाओं को नौकरी दी जायेगी। इसके अलावा स्वरोजगार से लोगों को जोड़ने के लिए भी एक्शन प्लान बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 29 दिसंबर को हमारी सरकार के एक साल पूरे हो रहे हैं। इस मौके पर कई नयी योजनाएं शुरू की जायेंगी। वहीं, पिछले एक साल के दौरान सरकार की उपलब्धियों से भी जनता को अवगत कराया जायेगा। जनता की उम्मीदों पर हमारी सरकार खरा उतरने की दिशा में लगातार कदम बढ़ा रही है।

कोरोना संकट में भी शुरू की गयी कई योजनाएं
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह साल कोरोना महामारी की वजह से काफी चुनौतियों भरा रहा है, लेकिन इस वैश्विक महामारी के बीच हमारी सरकार ने कई अहम योजनाएं शुरू की हैं, ताकि लोगों को राहत दी जा सके। इस सिलसिले में मनरेगा के अंतर्गत तीन नयी योजनाएं शुरू की गयी हैं, जिसके जरिये मानव दिवस सृजित करने के साथ विकास से जुड़ी योजनाओं को गति दी जा रही है। इसके अलावा पर्यटन के विकास के लिए खाका तैयार कर लिया गया है। इस क्षेत्र में भी स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ा जायेगा। सरकार ने शहरी और ग्रामीण इलाकों के लिए उनकी जरूरतों को देखते हुए अलग-अलग योजनाएं बनायी हैं। शहरी क्षेत्र में लोगों को रोजगार के लिए योजना चलायी जा रही हैं।

विकास को गति देने का हो रहा है काम
मुख्यमंत्री ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना से आज पूरी दुनिया जूझ रही है। इस वजह से कई व्यवस्थाएं ठप हो गयी हैं, लेकिन इन सबके बीच हमारी सरकार कोरोना संकट से निपटने की दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है। पिछले एक साल की चुनौतियों से बाहर निकलते हुए जीवन को सामान्य बनाने के साथ विकास की गति को तेज किया जा रहा है। सीएम हेमंत सोरेन ने कहा कि राज्य में कानून तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं दी जायेगी। अवैध उत्खनन हर हाल में रुकेगा। उन्होंने बताया कि बंगाल चुनाव में अगर ममता बनर्जी की बैठक का न्योता उन्हें मिला, उसमें शामिल होंगे।

पिछली सरकार ने हाथी उड़ा दी हम सड़क पर चलते हैं : हेमंत
गांव की सरकार है, गांव की चिंता करेगी
दुमका। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काम करने का तरीका अन्य सीएम से बिल्कुल अलग है। उन्हें जमीनी हकीकत पता है और झारखंड के लोगों का दर्द भी पता है। उन्हें पता है कि गांव के लोग को घोर अभाव में कैसे रहते हैं। लोग कैसे छोटी-छोटी समस्याओं से जूझते हैं, लिहाजा सीएम लोगों से मिलना और उनका दर्द सुनना नहीं भूलते। सीएम का दरबार सबों के लिए खुला है। सोमवार को जो दिखा, वह हैरत में डालनेवाला है। सुरक्षाकर्मी हैं, लेकिन कड़ाई नहीं, कोई भी आकर उनसे मिल सकता है। सीएम भी किसी को निराश नहीं करते हैं। घर के बाहर भारी भीड़ एक-एक कर मुख्यमंत्री से मिलती है। सीएम सबकी सुनते हैं। मधुबन की रहने वाली बुजुर्ग महिला हमन टुडू अपनी बेटी लीला मुन्नी टुडू के साथ यहां पहुंची थी, उसका बेटा धातु मरांडी और सोनालाल गुड्डू को गिरफ्तार कर लिया गया है। केरल में आरोप है कि दोनों ने सुनील राम हेंब्रोम को बस से धकेल दिया था। कहती हैं कि दो माह पहले तीनों केरल जा रहे थे। सुनील बस से गिर गया और उसकी मौत हो गयी। केरल पुलिस ने हमारे बच्चों को पकड़ लिया है। सीएम ने तुरंत इस पर कार्रवाई करने का आदेश दिया। बलवा हेंब्रोम दिव्यांग हैं, उसे ट्राइसाइकिल चाहिए, वह ट्राइसाइकिल मांगने सीएम के पास पहुंचा। धनबाद के विश्वकर्मा प्रोजेक्ट के लिए सारे मजदूर सीएम के पास पहुंचे और आरोप लगाया कि उन्हें हटा दिया गया है। 600 मजदूर बेरोजगार हो गये हैं। राजेश मराठी की अगुवाई में ढेर सारे मजदूर पहुंचे थे। सीएम ने भरोसा दिया की समस्या दूर करने की कोशिश की जायेगी। सीएम ने कहा कि गांव की सरकार है। गांव की चिंता ज्यादा करेगी। पिछली सरकार तो हाथी उड़ाया करती थी, हम सड़क पर चलते हैं। इसके बाद मुख्यमंत्री साहेबगंज के लिए सड़क मार्ग से निकले।

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