रांची। प्रदेश भाजपा ने सोमवार को राज्य भर में हल्ला बोल, पोल खोल कार्यक्रम का आयोजन किया। इस एक दिवसीय धरना कार्यक्रम में अलग-अलग जिलों से पार्टी के नेता, सांसद, विधायक, पार्टी कार्यकर्ता भी शामिल हुए। रांची के राजभवन स्थित आयोजित कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश, विधायक दल के नेता और पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार के दो साल के कार्यकाल को राज्य के लिए ट्रेजेडी बताया। दीपक प्रकाश ने कहा कि अभी राज्य में दो वर्ष से दिशाहीन एवं अवसरवादी सरकार है। वर्तमान सरकार के दो साल झूठ और लूट के लिए ही जाने जायेंगे। इसके चलते राज्य भी बेहाल हो चुका है। सरकार के इन दो वर्षों में जहां एक ओर राज्य ने अराजकता, कुशासन, भ्रष्टाचार एवं अक्षम शासन को देखा है, वहीं दूसरी ओर राज्य ने एक ऐसे मुख्यमंत्री को भा देखा है, जिसने युवाओं, किसानों, महिलाओं और आदिवासियों के हितों पर प्रहार किया है। कोरोना काल में भी इसकी विफलता खूब देखने को मिली है। केंद्र की मदद के सदुपयोग में सरकार फिसड्डी रही।
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने कहा कि दो वर्ष में विकास का एक भी काम यह सरकार नहीं कर पायी है। बस खजाना खाली होने का बहाना करती रही है। सरकार अपने पैसे तो छोड़ दीजिए, केंद्र की योजनाओं को भी सुचारू रूप से नहीं चला पायी है। उन्होंने कहा कि अभी सरकार अपनी पीठ थपथपाने को आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम गांव पंचायतों में चला रही है। वास्तव में यह पंचायतों को कमजोर करनेवाली सरकार है। अब तक पंचायत चुनाव नहीं कराना इसी का प्रमाण है। राज्य में तुष्टीकरण और धर्मांतरण को बढ़ावा देने में इस सरकार की खूब रुचि है। कार्यक्रम के दौरान अन्य नेताओं ने राज्य सरकार को हर मोर्चे पर विफल बताते हुए उसे शुन्य अंक दिये। कार्यक्रम के बाद प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, बाबूलाल मरांडी सहित अन्य नेताओं ने राजभवन जाकर राज्यपाल रमेश बैस से भेट कर ज्ञापन सौंप राज्य की समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट कराया। महानगर अध्यक्ष केके गुप्ता ने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर बालू का अवैध खनन हो रहा है। बालू से तेल कैसे निकल सकता है, वह इस सरकार से सीखना चाहिए। इस धरने के पश्चात सरकार को सद्बुद्धि मिले, इसके लिए हवन किया गया।
धरना कार्यक्रम की अध्यक्षता केके गुप्ता, संचालन महामंत्री वरुण साहू एवं धन्यवाद ज्ञापन बलराम सिंह ने किया। इस मौके पर लाल राजेंद्र नाथ शाहदेव, सुबोध सिंह गुड्डू, प्रतुल शाहदेव, प्रेम मित्तल, रमेश पुष्कर, सत्यनारायण सिंह, शोभा यादव, मुनचुन राय, प्रेम वर्मा, ललित ओझा, राजू सिंह, जितेंद्र सिंह पटेल, नीरज सिंह, सोनू सिंह, अनीता वर्मा, रोमित नारायण सिंह, रामलगन राम, अर्जुन मुंडा, गोपाल सोनी सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।