रांची। झारखंड में अवैध हथियार कनेक्शन को ध्वस्त करने में आतंकवाद निरोधी दस्ता (एटीएस) जुटा हुआ है। राज्य में नक्सलियों और अपराधियों को हथियार तथा गोली की सप्लाई करने वाले गिरोह के खिलाफ लगातार एटीएस कार्रवाई कर रहा है। केंद्रीय अर्धसैनिक बलों के कारतूस नक्सलियों-अपराधियों तक पहुंचने की सूचना पर झारखंड एटीएस ने देश के पांच राज्यों में एक साथ छापेमारी की थी। इस तस्करी में अब तक नौ आरोपित गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इनमें सीआरपीएफ के जम्मू-कश्मीर के पुलवामा स्थित कैंप का भगोड़ा जवान अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, बीएसएफ के पंजाब के फिरोजपुर स्थित 116 बटालियन से स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले चुका जवान अरुण कुमार, इसी कैंप का कोत प्रभारी पद्मपुर सरायकेला-खरसांवा का निवासी हवलदार कार्तिक बेहरा, मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के खखनार, पचौरी निवासी कुमार गुरलाल ओचवारे, शिवलाल धवल सिंह चौहान, हिरला गुमान सिंह ओचवारे, बिहार के पटना सलीमपुर निवासी ऋषि कुमार, बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड के सिमरी गांव निवासी पंकज कुमार सिंह और भोजपुर जिले के कारथ तरारी गांव निवासी कामेंद्र सिंह शामिल हैं। गिरफ्तार लोगों के निशानदेही पर एटीएस की टीम लगातार कई स्थानों पर छापेमारी कर रहा है।

हथियार सप्लायरों के खिलाफ कब-कब हुई कार्रवाई
-25 नवम्बर 2021 को एटीएस ने झारखंड में नक्सलियों और अपराधियों को हथियार तथा गोली की सप्लाई करने वाले गिरोह के पांच अपराधी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार अपराधियों में बीएसएफ के कांस्टेबल कार्तिक बेहरा, बीएसएफ के रिटायर हवलदार अरुण कुमार सिंह, कुमार गुरलाल ओचवारे, शिवलाल धवल सिंह चौहान और हिरला गुमान सिंह ओचवारे शामिल थे। इनके पास से पुलिस ने 14 पिस्टल, 21 मैगजीन, 9,213 राउंड गोली, खाली खोखा, डेटोनेटर, बाइक और मोबाइल बरामद किया गया था।

-16 नवम्बर 2021 एटीएस ने नक्सली और विभिन्न आपराधिक गिरोहों को हथियार तथा कारतूस उपलब्ध कराने वाले गिरोह के तीन सप्लायर को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार हथियार सप्लायरों में सीआरपीएफ 182 बटालियन का आरक्षी अविनाश कुमार उर्फ चुन्नू शर्मा, ऋषि कुमार और पंकज कुमार सिंह शामिल थे। इनके पास से 5.56 एमएम का 450 चक्र गोली बरामद किया गया था। तीनों की गिरफ्तारी बिहार एसटीएफ के सहयोग से की गई थी। अभी तक के पूछताछ के क्रम में यह तथ्य प्रकाश में आया है कि तीनों अपराधियों के द्वारा भाकपा माओवादी संगठन को भारी मात्रा में एके 47 और इंसास राइफल का कारतूस उपलब्ध कराया गया है। इनके द्वारा अमन साहू गिरोह सहित विभिन्न आपराधिक गिरोह को भी हथियार और कारतूस मुहैया कराया गया है।

-18 नवम्बर 2021 को एटीएस ने पश्चिम बंगाल के चिरकुंडा के रहने वाले हथियार सप्लायर कामेंद्र सिंह को धनबाद से गिरफ्तार किया था । कामेंद्र मूल रूप से बिहार के भोजपुर जिले का रहने वाला है। इसके पास से एटीएस ने दो पिस्टल, 14 कारतूस, तीन मैगजीन और एक बुलेट बरामद किया था।

क्या कहते हैं आईजी अभियान
झारखंड पुलिस के आईजी अभियान ,पुलिस प्रवक्ता एवी होमकर ने बताया कि राज्य में उग्रवादी और आपराधिक संगठनों को हथियार तथा गोली उपलब्ध कराने वाले सप्लाई नेटवर्क को ध्वस्त करने एवं इस कार्य में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए डीजीपी नीरज सिन्हा ने एटीएस को निर्देश दिया था। इसके बाद एटीएस के द्वारा इस नेटवर्क के खिलाफ सघन अभियान चलाया जा रहा है। हाल के दिनों में एटीएस ने झारखंड , बिहार, मध्य प्रदेश, पंजाब ,महाराष्ट्र राज्य में सघन छापेमारी की। इस दौरान नौ हथियार सप्लायरों को गिरफ्तार किया गया। इस मामले में अब भी एटीएस काम कर रहा है।

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