रांची। राज्य के पूर्व मंत्री और रांची के विधायक सीपी सिंह ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि हमें गर्व है कि हम मनुवादी हैं। उनको भी होना चाहिए। लेकिन वह जानबूझकर इसलिए कह रहे हैं कि उनको अपना वोट बैंक नजर आता है। उन्हें मनुवादी से चिढ़ क्यों है। सीपी सिंह सोमवार को विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि वह एक तीर से दो शिकार कर रहे हैं। कांग्रेस का वोट बैंक अपने पाले में कर रहे हैं। कांग्रेस को राजनीतिक दृष्टि से साइड लाइन भेजना चाहते हैं। यह उनकी चाल है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जिस प्रकार आरोपों से घिरे हैं। 296 करोड़ के आरोपित अमिताभ चौधरी को उन्होंने जेपीएससी का अध्यक्ष बनाया है। आने वाले दिनों में आपको कटघरे में खड़ा करने का काम करेगा।

उन्होंने कहा कि जेपीएससी का मामला आज नहीं तो कल सीबीआई से जांच होगी। फिर आपको समझ आएगा कि मनुवादी किसे कहते हैं। वहीं दूसरी ओर उन्होंने मॉब लिंचिंग के लिए लाये जा रहे कानून पर कहा कि यह अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि मॉब लिंचिंग अच्छी बात नहीं है लेकिन जो प्रवृत्ति बढ़ रही है। हर क्षेत्र में रोक लगाने के लिए सरकार बिल ला रही है। लेकिन कैटेगरी नहीं होना चाहिए। सारे समावेश होने चाहिए। आजकल डायन बिसाही, ओझा गुनी भी होती है। इसमें समुदाय विशेष का ध्यान मत रखिए। यह एक समुदाय के लिए नहीं है। उन्होंने कहा कि अभी वह इस बिल को नहीं पढ़े हैं। इस बिल को पढेंगे। अगर उसमें संशोधन की आवश्यकता होगी तो वह सदन में इस पर बहस करेंगे।

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