रांची। झारखंड के वित्त तथा खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव ने कहा कि महंगाई को लेकर जयपुर में आयोजित रैली ऐतिहासिक थी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी का संबोधन भी ऐतिहासिक रहा। महंगाई को लेकर 12 दिसम्बर को जयपुर में आयोजित रैली में भाग लेकर मंगलवार को रांची पहुंचने पर एयरपोर्ट में पत्रकारों से बातचीत करते हुए उरांव ने कहा कि देश में जो स्थिति और हालात चल रहे हैं उसका बखूबी पर्दाफाश राहुल गांधी ने किया। गांधी से लेकर अभी तक क्या-क्या हो रहे हैं उन्होंने उसका उल्लेख किया। एक तरफ गांधी का सत्याग्रह तो दूसरी तरफ गोडसे थे। सत्ता के आग्रही, दोनों शब्द अलग अलग हैं। हिंदू और हिंदुत्व वादियों को भी राहुल गांधी ने परिभाषित किया। देश उनके विचारों से प्रभावित हुआ और कुछ पत्रकारों से भी मेरी बात हुई। उन्होंने कहा कि इस तरह का भाषण हम लोगों ने पहले कभी नहीं सुना। एक प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि देश के लोग समझदार हैं। अर्थ का अनर्थ करने वाले लोग हैं जो दिन को रात साबित करने में लगे हुए हैं। लेकिन कोई भी समझदार व्यक्ति अगर दुराग्रह नहीं रखता हो तो राहुल गांधी के भाषण को समझेगा और ग्रहण करेगा। महंगाई को लेकर कांग्रेस सोनिया और राहुल गांधी के नेतृत्व में केंद्र की सरकार को महंगाई कम करने के लिए विवश करेगी। जयपुर की ऐतिहासिक रैली ने इस बात को साबित कर दिया है कि महंगाई को लेकर लोग त्राहिमाम कर रहे हैं ।
पेट्रोल डीजल पर वैट कम करने को लेकर उन्होंने कहा कि मूल्य को तुलनात्मक देखना पड़ेगा। आज से छह दिन पहले भी हमने बताया था कि पड़ोसी राज्य बिहार, बंगाल, उड़ीसा से अगर मूल्यों को तुलनात्मक देखें तो झारखंड में पेट्रोल और डीजल की कीमतें अब भी कम है। हमने मूल्य बढ़ाया ही नहीं है तो कम करने का कोई सवाल ही नहीं है। सुखदेव भगत के मामले में प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि भाजपा के उम्मीदवार के रुप में मेरे ऊपर अपराधिक तथ्यों को छुपाने का आरोप लगाया, लेकिन यह मामला सिविल का है और चुनाव के एक महीने पूर्व समझौता भी हो गया था। चुनाव हारने के बाद स्वाभाविक छटपटाहट देखी जा सकती है।
धान अधिप्राप्ति के संदर्भ में उन्होंने कहा कि 14 दिसम्बर से धान अधिप्राप्ति की शुरुआत करने जा रहे हैं। 15 दिसम्बर से नामकोम से धान अभिप्राप्ति की शुरुआत की जाएगी। किसानों को फायदा पहुंचाऐंगे। इसके लिए पैसे का इंतजाम कर लिया है। 1500 करोड रुपए एसबीआई और बैंक ऑफ इंडिया से कर्ज लिए जा चुके हैं। पैसों का पहले इंतजाम हो जाने से किसानों को तकलीफ नहीं होती है। उन्होंने सचिव हिमानी पांडेय एवं एमडी की भी प्रशंसा करते हुए कहा कि किसानों को तीन महीने के अंदर पैसे का भुगतान कर देने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया है।