रांची। झारखंड के लिए वर्ष 2022 कई खट्टी-मिठी यादों को छोड़ कर जा रहा है। राज्य को एक तरफ जहां कुछ बड़े तोहफे मिले, वहीं दूसरी ओर सियासी उठापटक और झकझोर देने वाली घटनाओं ने भी गहरी छाप छोड़ी है। इस वर्ष कुछ ऐसे भी दौर आए जब राज्य देश के फलक पर चर्चा का विषय बन गया। हालांकि, ये घटनाएं सुखांत कम और दुखांत ज्यादा रहीं। इससे राज्य की छवि भी धूमिल हुई। पेश है एक रिपोर्ट।
10 अप्रैल : देवघर का त्रिकूट रोपवे हादसा साल 2022 के सबसे बुरे दिनों में एक है। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई तो कई ऐसे हैं जो मौत से रूबरू हुए हैं। रामनवमी का दिन था। देवघर में बाबा भोलेनाथ की पूजा के बाद बड़ी संख्या में लोग त्रिकुट पर्वत पर रोपवे का लुत्फ उठाने पहुंचे थे। देवघर के त्रिकुट पर्वत की तलहटी से चोटी तक पर्यटकों को पहुंचाने और लाने वाली रोपवे ट्रॉलियां आपस में टकरा गई हैं। हादसे में चार लोगों को जान गंवानी पड़ी। सेना और वायु सेना के जवानों ने 1500 फुट की ऊंचाई पर रोपवे में फंसे करीब 50 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकाला था।
10 जून : रांची में जुमे की नमाज के बाद सड़कों पर हुए प्रदर्शन और हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों को नियंत्रण में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और फिर गोली चलानी पड़ी थी। इस घटना में दो युवकों की मौत भी हो गयी थी और 20 से अधिक लोग घायल हुए थे। इंटरनेट सेवा को 24 घंटे से ज्यादा समय के बाधित किया गया।
12 जुलाई : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवघर में एयरपोर्ट समेत करीब 16,800 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। देशभर से श्रावणी मेला के मौके पर देवघर आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए कनेक्टिविटी के लिहाज बड़ा तोहफा दिया।
चार अगस्त : झारखंड के 16 जिलों में 500 से ज्यादा सरकारी स्कूलों में रविवार की जगह शुक्रवार को साप्ताहिक छुट्टी का फरमान लागू करने का मामला प्रकाश में आया। पहले हिन्दी विद्यालयों को उर्दू में बदलने के प्रयास, जुम्मा की छुट्टी, नौकरी में उर्दू की अनिवार्यता जैसे तमाम विषय चौकाने वाले हैं।
23 अगस्त : दुमका में शाहरुख नाम के युवक ने एक नाबालिग लड़की अंकिता सिंह पर खिड़की से पेट्रोल छिड़कर उसे आग के हवाले कर दिया। कई दिनों तक इलाज चला लेकिन 28 अगस्त को उसने दम दोड़ दिया। इस मामले में पुलिस ने दो आरोपितों शाहरुख और नईम को गिरफ्तार कर लिया। इस मामले को लेकर महिला आयोग, बाल संरक्षण आयोग समेत कई केंद्रीय टीम दुमका पहुंची।
31 अगस्त : चतरा में सिरफिरे द्वारा तेजाब फेंकने से बुरी तरह झुलसी चतरा के टेबो गांव निवासी काजल कुमारी जिंदगी और मौत से जूझ रही है। उसे एयर एम्बुलेंस से एम्स दिल्ली भेजा गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है।
तीन सितंबर : पेट्रोल कांड की आग अभी ठंडी भी नहीं हुई थी कि तीन सितंबर को दुमका के ही रानीश्वर थाना क्षेत्र में पेड़ से लटका एक नाबालिग लड़की का शव मिला। हत्यारे ने मामले को आत्महत्या का रूप देने के लिए शव को पेड़ से लटका दिया था लेकिन पुलिस ने जब उसका पोस्टमार्टम कराया तो पता चला कि उसकी हत्या की गई है। यह भी जानकारी प्राप्त हुई है कि वह चार माह की गर्भवती थी।
तीन सितंबर : लव जिहाद का तीसरा मामला भी तीन सितंबर को ही लोहरदगा से सामने आया। लोहरदगा की रहने वाली एक नाबालिग का परिचय रांची जिला के मांडर थाना क्षेत्र के नवांटांड़ के रहने वाले रब्बानी अंसारी नाम के मुस्लिम युवक के साथ एक रॉन्ग नंबर से हुआ था। इसके बाद दोनों में बातचीत होने लगी। रब्बानी ने नाबालिग को अपना नाम साजन उरांव बताया। इसी बीच किसी प्रकार से बरगला कर रब्बानी ने नाबालिग को रांची बुला लिया, जहां पर दोनों के बीच संबंध भी स्थापित हुआ। इसी बीच किसी प्रकार से लड़की ने रब्बानी का आधार कार्ड देख लिया, जिससे उसे पता चला कि रब्बानी आदिवासी नहीं, बल्कि मुस्लिम युवक है।
पांच सितंबर : खूंटी जिले के कर्रा थाना क्षेत्र में सामने आया है। यहां एक नाबालिग लड़की के यौन शोषण के आरोप में फखरुद्दीन नामक शख्स को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता आदिवासी समुदाय से है। बताया गया है कि आरोपित लड़की को झांसा देकर उसका यौन शोषण कर रहा था। पीड़िता गर्भवती हो गई लेकिन उसे इसका पता नहीं चला। संदेह होने पर घरवालों ने डॉक्टर से जांच कराई तो चार महीने का गर्भ होने का पता चला। इसके बाद परिजनों ने संबंधित थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
पांच सितंबर : झारखंड के इतिहास में पहली बार कोई पूर्ण बहुमत की सरकार बिना किसी अविश्वास प्रस्ताव के विश्वास मत हासिल की। झारखंड की रिसॉर्ट पॉलिटिक्स भी खूब चर्चा में रही। यूपीए विधायकों का खूंटी के लतरातू से लेकर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के फाइव स्टार मेफेयर लेक रिजाॅर्ट पूरे देश में छाया रहा।
17 दिसंबर : दिल्ली में ‘श्रद्धा वॉल्कर हत्याकांड’ की लोमहर्षक वारदात को देश भूला भी नहीं था कि झारखंड के साहिबगंज जिले के रुबिका पहाड़िन हत्याकांड ने पूरे सूबे को रुला दिया। साहिबगंज के बोरियो में शादीशुदा रुबिका पहाड़िन (22) को कटर से 12 टुकड़ों में काट दिया गया। वह गोंडा पहाड़ की रहने वाली थी। शादी के बाद पति दिलदार अंसारी के साथ बेलटोला में रह रही थी। रुबिका पहाड़िन के शव को 12 हिस्सों में बोरियो थाना क्षेत्र के संथाली मोमिन टोला में एक पुराने बंद घर के बाहर से बरामद किया।
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और डीसी मंजूनाथ भजंत्री की पुरानी अदावतें बीच-बीच में सामने आती रही हैं। पहले इन दोनों के बीच ट्विटर वॉर हुआ और अब मुकदमों का दौर शुरू हो गया। मधुपर उपचुनाव से शुरू हुआ विवाद देवघर एयरपोर्ट में सुरक्षा चूक, हेमंत सरकार के पक्ष में काम करने लेकर दोनों के बीच का विवाद खुल कर सामने आता रहा है। आखिरकार भारत निर्वाचन आयोग ने देवघर डीसी मंजूनाथ भजंत्री को चुनाव कार्य से हटा दिया है। देवघर जिले में चुनाव कार्यों के संचालन का जिम्मा डीडीसी को सौंपा है। अब देवघर के जिला निर्वाचन पदाधिकारी के रूप में डीडीसी सभी निर्वाचन संबंधी कार्यों का संचालन करेंगे।