रांची। रिम्स की सुरक्षा में अब होमगार्ड के 400 जवान तैनात होंगे। अगले माह से होम गार्ड के जवान रिम्स की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेंगे। रिम्स के निदेशक डॉ कामेश्वर प्रसाद ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि अब सिक्योरिटी गार्ड की जगह होमगार्ड के जवान सुरक्षा व्यवस्था संभालेंगे। इसके लिए झारखंड सरकार के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने पत्र भेजकर आदेश दिया था कि रिम्स में सुरक्षा कार्य के लिए निजी सुरक्षा गार्डों की सेवाएं नहीं ली जाए। सुरक्षा के हिसाब से होमगार्ड के जवानों को लगाया जाए।

उन्होंने बताया कि कोरोना को लेकर रिम्स अलर्ट मोड में है। इसके मद्देनजर चीन 330 बेड तैयार हैं। साथ ही 100 बेड की व्यवस्था भी कर दी गई है जबकि 30 वेंटीलेटर कोविड-19 मरीजों के लिए तैयार हैं। सात ही कहा कि कई वर्षों से लंबित 370 पदों पर जेएसएससी के माध्यम से विज्ञापन प्रकाशित किया गया। अब तक 300 परिचारिकाएं योगदान कर चुकी है। चिकित्सकों की नियुक्ति प्रक्रिया अंतिम चरण में है।

उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल मैनेजमेंट के बिना 2171 बेड वाले रिम्स को एम्स नहीं बनाया जा सकता। रिम्स और एम्स की संख्या लगभग बराबर है लेकिन एम्स में करीब 5000 स्टाफ काम करते हैं जबकि रिम्स में इसके आधे मैन पावर भी नहीं है ऐसे में रिम्स को एम्स नहीं बनाया जा सकता। निदेशक ने कहा कि मरीजों को सस्ती और शीघ्र दवा उपलब्ध कराने के लिए रिम्स परिसर में अमृत फार्मेसी की शुरुआत जनवरी से शुरू हो जाएगी।

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चिकित्सा अधीक्षक डॉ हीरेंद्र बीरूआ, चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी, क्रिटिकल केयर के इंचार्ज डॉ प्रदीप भट्टाचार्य सहित अन्य मौजूद थे।

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