रांची। झारखंड विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। सत्र में सरकार को घेरने के लिए मुख्य विपक्षी पार्टी भाजपा ने रविवार को रणनीति बनायी। इसके मद्देनजर भाजपा प्रदेश कार्यालय में पार्टी विधायक दल की बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद दीपक प्रकाश ने की।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए पार्टी के मुख्य सचेतक विधायक बिरंची नारायण ने कहा कि प्रदेश भाजपा प्रदेश की जनता के जनभावनाओं के साथ खड़ी है लेकिन सरकार की मंशा साफ नहीं है। नारायण ने कहा कि हेमंत सरकार ने खान, खनिज, बालू, पत्थर घोटाले की तरह 1932 के खतियान आधारित स्थानीय नीति के नाम पर जनभावना घोटाला किया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2002 में ही तत्कालीन मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने 1932 आधारित नियोजन नीति को लागू किया था, जिसे उच्च न्यायालय ने विस्तृत समीक्षा के बाद लागू करने के सुझाव दिए थे। हेमंत सरकार बिना कोई समीक्षा किए, सदन में चर्चा कराए इसे लागू कराने का ढिंढोरा पीट रही है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार भ्रष्टाचार में आकंठ डूबी है। जांच एजेंसियों की कार्रवाई से इस सरकार के रोज रोज नए कारनामे उजागर हो रहे हैं।
नारायण ने कहा कि मुख्यमंत्री के गृह जिले साहेबगंज में एक पहाड़िया लड़की राबिका पहाड़िया की जो निर्मम हत्या हुई यह राज्य के ऊपर कलंक है। हेमंत सरकार की तुष्टिकरण नीति से राज्य में समुदाय विशेष के अपराधियों का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कहा भाजपा विधायक दल की बैठक में आज राज्य के इन सभी पहलुओं पर विस्तार से गंभीर चर्चा हुई। भाजपा के विधायक इन सभी मुद्दों पर सरकार को घेरते हुए जवाब मांगेंगे।
बैठक में विधायक दल के नेता मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह सहित विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा, नवीन जायसवाल, अपर्णा सेन गुप्ता, अमर बाउरी, रामचंद्र चंद्रवंशी, नीरा यादव, अनंत ओझा, रणधीर सिंह, भानु प्रताप शाही, आलोक चौरसिया, पुष्पा देवी, नारायण दास, अमित मंडल, समरी लाल, कोचे मुंडा, बिरंची नारायण, शशिभूषण मेहता, मनीष जायसवाल आदि उपस्थित थे।