रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस में हलचल तेज है। बिहार में बड़े बदलाव के बाद अब झारखंड कांग्रेस में बड़े बदलाव की संभावना है। बिहार में हुए फेरबदल के जातीय समीकरण का असर साफ नजर आ रहा है। झारखंड में भी बदले समीकरण के साथ बदलाव के संकेत हैं। झारखंड में भी प्रदेश अध्यक्ष के बदलने का प्लॉट तैयार हो रहा है। कांग्रेस सूत्रों के अनुसार वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के बदले जाने की चर्चा तेज हो रही है।
केंद्रीय नेतृत्व कर रहा है मंथन
झारखंड प्रदेश में बड़े बदलाव को लेकर केंद्रीय नेतृत्व मंथन कर रहा है। अध्यक्ष पद को लेकर लॉबिंग फिर तेज हो गयी है। अध्यक्ष पद की दौड़ में प्रदेश के कई दिग्गज नेता शामिल हैं। इस रेस में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, डॉ अजय कुमार, गीता कोड़ा, बंधु तिर्की सहित कई नाम की चर्चा तेज है। कांग्रेस झारखंड में अध्यक्ष पद के लिए आदिवासी कार्ड खेल सकती है। ऐसे में बंधु तिर्की और गीता कोड़ा की चर्चा तेज है।
बंधु तिर्की के नाम की चर्चा तेज
चर्चा है कि बंधु तिर्की इस रेस में इसलिए पिछड़ सकते हैं क्योंकि पिछले दिनों दिए बयान काफी चर्चा में रहे। कांग्रेस किसी ऐसे व्यक्ति की तलाश में है जो पार्टी की कमान बखूबी निभा सके। प्रदेश में कांग्रेस ने जिलाध्यक्ष का चयन विवादों में रहा। इसके चयन में कई तरह की खामियां थीं जिसे लेकर कई तरह के सवाल खड़े हुए।
जिलाध्यक्षों की नियुक्ति के फैसले पर रहा विवाद
इस फैसले को बदलने के बाद केंद्रीय नेतृत्व को लेकर भी चर्चा हुई कि यह फैसला किस आधार पर लिया गया। फैसला दोबारा लिया गया तो कांग्रेस के पहले के फैसले पर काफी सवाल खड़े हुए। केसी वेणुगोपाल के निर्देश पर सूची दोबारा बदली गयी। इसमें दलित और अल्पसंख्यक के दो-दो नेताओं को भी शामिल किया गया। कांग्रेस महिला नेताओं को ज्यादा महत्व दे रही है। ऐसे में गीता कोड़ा के नाम की चर्चा तेज है। कई दूसरे नेता भी इस दौड़ में शामिल है।