- कर्मियों ने सीएम को लिखा पत्र, कहा- धमकी देते हैं चिकित्सा उपाधीक्षक
रांची । राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में काम करने वाले सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन की सेवा समाप्त करने की तैयारी की जा रही है। इसको लेकर कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिख कर मामले में हस्तक्षेप करने का मांग की है। गौरतलब है कि सुरक्षा एजेंसी के माध्यम से पिछले 22 सालों से रिम्स की सुरक्षा और मरीजों की सेवा में लगे हुए हैं। सुरक्षाकर्मियों की सेवा समाप्त कर अस्पताल की सुरक्षा की जिम्मेवारी होमगार्ड को सौंपने की तैयारी है,तो वहीं ट्रॉली मैन का काम करने के लिए रिम्स के चिकित्सा उपाधीक्षक डॉ शैलेश त्रिपाठी के रिश्तेदार की एक आउटसोर्सिंग एजेंसी को जिम्मेवारी देने की भी तैयारी है। सुरक्षाकर्मियों ने आरोप लगाया है कि अपने रिश्तेदार की कंपनी को फायदा पहुंचाने का काम चिकित्सा उपाधीक्षक कर रहे हैं। उनके द्वारा कई दिनों से सभी को धमकी भी दी जा रही है।
नहीं मिला न्याय तो देंगे प्राणों की आहूति
सुरक्षाकर्मियों ने सीएम को लिखे गये पत्र में उल्लेख किया है कि हम सभी लोग स्थानीय मूल निवासी हैं। 378 सुरक्षा गार्ड और ट्रॉली मैन को बेरोजगार कर दिया गया, तो हम अपने हक के लिए भूख हड़ताल करेंगे। जरूरत पड़ी तो अपने प्राणों की आहूति भी देंगे।
कोरोना काल में सेवा देने वालों के साथ न्याय करें सीएम
सुरक्षाकर्मियों ने कहा कि कोरोना काल में अपने प्राणों को खतरे में रख कर मरीजों की सेवा करने वालों के साथ न्याय करें। महामारी के दौरान पांच सुरक्षाकर्मी और ट्रॉली मैन की जान चली गयी, लेकिन मानवता के नाते भी प्रबंधन के द्वारा कोई सहयोग नहीं किया गया। ना ही सरकार की तरफ से मुआवजा मिला है।