नवादा। जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की तप कल्याणक स्थली पर अतिक्रमण किए जाने की कोशिश से जैन समाज में भारी आक्रोश है। जैन समाज के वरीय प्रतिनिधि एवं बिहार प्रांतीय जैन युवा जागृति के अध्यक्ष दीपक जैन ने इस विषय पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह एवं पर्यटन व पुरातत्व विभाग को भी त्राहिमाम संदेश भेजकर उनसे मामले में हस्तक्षेप करने और जैन तीर्थों की अस्मिता को अक्षुण्ण रखने की दिशा में त्वरित प्रभावी एवं ठोस कार्रवाई की मांग की है।

जैन समाज के वरीय प्रतिनिधि एवं बिहार प्रांतीय जैन युवा जागृति के अध्यक्ष दीपक जैन ने कहा कि बांका जिला अन्तर्गत बौंसी स्थित मंदारगिरी पर्वत जैन धर्म के 12वें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य की तप, ज्ञान एवं निर्वाण कल्याणक भूमि है। राष्ट्रीय स्तर पर यह स्थल देशभर के जैन धर्मावलम्बियों के श्रद्धा एवं आस्था का केंद्र बना हुआ है। यहां देशभर के जैन तीर्थयात्रियों का आना-जाना लगा रहता है।

जैन ने कहा कि कुछ असामाजिक तत्वों ने इस स्थल पर अतिक्रमण करने की नीयत से कल्याणक स्थल एवं गुफा के अंदर वासुपूज्य के अर्घ्य पर न केवल पेंट से लेपन कर दिया, बल्कि संबंधित स्थल पर “राम झरोखा” अंकित करवा दिया। असामाजिक तत्वों की इस गतिविधि से देशभर के जैन समाज में भारी आक्रोश है।

उन्होंने आरोप लगाया कि स्थानीय पुलिस-प्रशासन ने मामले में पहले उदासीनता बरती लेकिन उच्चाधिकारियों पर दबाव बनाए जाने के बाद गत 6 दिसम्बर को प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने लिखे गए “राम झरोखा” पर पेंट लगाकर उसे मिटा दिया लेकिन पूर्व से उल्लेखित “अर्घ्य” को अंकित नहीं कराया। उन्होंने शंका जताई कि किसी गलत मंशा को अंजाम देने की नीयत से पूर्व की स्थिति बहाल नहीं की गई है।

जैन ने चेतावनी दी कि प्रशासन असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर अविलम्ब विराम लगाते हुए जैन समाज के हक में सम्बंधित स्थल पर पूर्व की स्थिति को बहाल करे, अन्यथा देशभर के जैन धर्मावलम्बी अपने इस तीर्थ के अस्मिता को अक्षुण्ण रखने के लिए एकजुट होकर सरकार एवं प्रशासन ईंट-से-ईंट बजा देंगे।

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