भाजपा सरकार ने आदिवासी समाज का बढ़ाया मान
चंदवा। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को चंदवा में रामदेव गोंझू की पुण्यतिथि पर खरवार भोक्ता संघ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। श्री मरांडी ने कहा कि भारत के इतिहास में जनजाति समाज का संघर्ष और बलिदान का गौरवशाली इतिहास है। 1857 की लड़ाई के पहले ही भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हू जैसे वीर महापुरुषों ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया, बलिदान दिये। गोली-बंदूक और तोपों के आगे तीर-धनुष से दुश्मनों के दांत खट्टे कर दिये। कहा कि अलग झारखंड राज्य की लड़ाई भी लंबे काल तक चली, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी के पूर्व किसी ने राज्य गठन का सपना पूरा नहीं किया। जनजाति समाज के इस त्याग और बलिदान को आजाद भारत के सत्ताधारियों ने 60वर्षों तक सम्मान नहीं दिया।
कहा कि भाजपा की सरकार ने जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य किया है। अटल जी की सरकार ने अलग झारखंड का सपना साकार किया। आदिवासियों के लिए अलग मंत्रालय बनाये। संथाली जनजाति भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल किया।
जनजाति समाज के उत्थान के लिए केंद्र समर्पित
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार जनजाति समाज के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित है। मोदी मंत्रिमंडल में पहली बार आठ मंत्री जनजाति समाज से हैं। अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार ने भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर अलग राज्य का गठन किया। मोदी सरकार भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को राष्ट्रीय जनजाति गौरव दिवस बना कर पूरे समाज का सम्मान, स्वाभिमान को बढ़ाया। कहा कि भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद को जनजाति समाज की बेटी द्रौपदी मुर्मू सुशोभित कर रही हैं। उन्होंने स्व रामदेव गंजू को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि जो समाज के लिए जीता है, अपना सर्वस्व न्यौछावर करता है उसे आने वाली पीढ़ियां युगों-युगों तक याद करती हैं। कहा कि सफलता के लिए परिश्रम और संघर्ष के अलावा कोई दूसरा रास्ता नहीं। समाज को अपनी प्रगति और सम्मान की रक्षा के लिए सदैव संघर्ष करना चाहिए।