न्यूयॉर्क। गाजा पट्टी में छिड़ी लड़ाई की वजह से साल के आखिरी तीन महीने कोलंबिया विश्वविद्यालय और अन्य अमेरिकी महाविद्यालयों पर भारी पड़े। इजराइल और फिलिस्तीन के आतंकवादी संगठन हमास के बीच छिड़ी जंग की लपटें इन शिक्षण संस्थानों को झुलसाती रहीं। कभी इजराइल तो कभी फिलिस्तीन समर्थक विद्यार्थी समूह प्रदर्शन करते रहे। इससे इससे विश्वविद्यालय में अध्ययन-अध्यापन सुचारू रूप से नहीं हो सका।

द न्यूयॉक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इस वजह से कई हफ्ते तक कोलंबिया विश्वविद्यालय और अन्य परिसरों में तनाव रहा। एक यहूदी छात्र ने कहा कि बंधकों के पोस्टर लगाने के बाद उस पर हमला किया गया। इजराइल और फिलिस्तीन समर्थक छात्रों के उग्र विरोध प्रदर्शनों के सिलसिले से शिक्षण कार्य चरमरा गया। हार्वर्ड और पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में भी कुछ हफ्ते तक तनाव रहा।

इस टकराव में पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के अध्यक्ष को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी और हार्वर्ड अध्यक्ष कई हफ्तों तक विवादों में घिरे रहे। नवंबर में कोलंबिया विश्वविद्यालय प्रशासन ने असाधारण निर्णय लेते हुए दो फिलिस्तीनी समर्थक छात्र समूहों को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया।

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