बेगूसराय। बिहार में छठे चरण के शिक्षक नियोजन के दौरान प्रथम से पंचम वर्ग तक नियोजित बीएड डिग्री धारी शिक्षकों के नौकरी पर संकट भले बिहार सरकार के लापरवाही से आई है। लेकिन अब हाई कोर्ट का आदेश आने के बाद सरकार इस मामले में कन्नी काट रही है। कुछ ऐसा ही दिखा शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर के सामने।

बीते रात बेगूसराय में एक शादी समारोह में शामिल होने आए बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री से जब पत्रकारों ने इस संबंध में पूछा तो उन्होंने कहा कि उच्च न्यायालय का आदेश है। इसमें सरकार क्या कर सकती है। सरकार संवैधानिक मर्यादा के तहत अनुसरण करेगी। बिहार सरकार की सहानुभूति इन शिक्षकों के साथ है। इस मुद्दे पर न्यायालय के आदेश का अध्ययन चल रहा है।

सहरसा के लौटने के दौरान बेगूसराय पहुंचे प्रो. चंद्रशेखर ने सबसे पहले बखरी में डॉक्टर भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उसके बाद कार्यकर्ताओं के साथ वे गढ़पुरा प्रखंड के सोनमा पहुंचे। जहां की बीते दिनों कर्नाटक में हुए एक फैक्ट्री में हुए हादसे में मृतक दोनों श्रमिक के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया है।

शिक्षा मंत्री ने मृतक के परिजनों से घटना के संबंध में पूरी जानकारी ली। उसके बाद दोनों मिलकर बच्चों को मुफ्त शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए बात किया। जल्द नहीं दोनों मृतक के पांच बच्चियों का नामांकन कराया जाएगा। जहां कि उन्हें निशुल्क शिक्षा सहित अन्य सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने अधिकारियों से बात कर जल्द ही प्रवासी मजदूर योजना के तहत दो-दो लाख रुपए मुआवजा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया है।

सोनमा के बाद शिक्षा मंत्री प्रो. चंद्रशेखर देर रात राजद जिलाध्यक्ष मोहित यादव, जिला उपाध्यक्ष-सह-बखरी विधानसभा संगठन प्रभारी हरेराम महतो उर्फ सुशील कुमार सहित अन्य कार्यकर्ताओं के साथ गढ़पुरा प्रखंड के सकड़ा पहुंचे। जहां की वरिष्ठ राजद नेता स्व. सिकंदर यादव की पुत्री के शादी समारोह में शामिल हुए। वर-वधू को आशीर्वाद देने के साथ-साथ कार्यकर्ताओं से भी विस्तार से बात की।

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