मुंबई। उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को विधान परिषद में कहा कि ड्रग मामले में किसी को भी बक्शा नहीं जाएगा। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि ड्रग मामले में दोषी पाए जाने वाले पुलिस कर्मियों को सस्पेंड किया जाएगा।

नागपुर में चल रहे विधानमंडल के शीतकालीन सत्र में देवेंद्र फडणवीस ने विधानपरिषद में कहा कि ललित पाटिल ड्रग मामले में अब तक दस पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इनमें 4 पुलिसकर्मियों को बर्खास्त और 6 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। इस मामले में ललित पाटिल के पुणे के ससून अस्पताल से फरार होने के मामले में ससून अस्पताल के प्रमुख डॉ. संजीव ठाकूर को भी कार्यमुक्त कर दिया है और अस्पताल के स्टाफ की जांच की जा रही है। इस मामले में सहायक पुलिस आयुक्त भागवत को निलंबित किया गया है, अगर सबूत मिले तो उन्हें भी सस्पेंड कर दिया जाएगा। देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि ड्रग मामले में अंतरराष्ट्रीय गिरोह काम कर रहा है, इसलिए पुलिस को चाकचौबंद रहने का आदेश दिया गया है।

विधानपरिषद में कांग्रेस विधायक अशोक भाई जगताप ने ललित पाटिल ड्रग मामले की गहन जांच किए जाने की मांग की थी। अशोक जगताप ने इस मामले में पुलिस अधिकारियों की मिलीभगत की आशंका व्यक्त की थी। इसी तरह शिवसेना (यूबीटी) के विधायक सचिन अहीर ने कहा कि ललित पाटिल को किसकी अनुमति से ससून अस्पताल में 9 महीने तक मेहमान की तरह रखा गया। इसके पीछे कौन है? इसकी जांच होनी चाहिए। इसके लिए ललित पाटिल, डॉ. देवकाते का नार्को टेस्ट करवाना चाहिए। सचिन अहीर ने ससून अस्पताल के प्रमुख डॉ. संजीव ठाकुर को भी गिरफ्तार करने की मांग की।

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