बेगूसराय। बिहार की सांस्कृतिक राजधानी बेगूसराय में सोमवार की रात से एक बार फिर चार दिवसीय राष्ट्रीय नाट्य समारोह ”रंग उत्सव” शुरू हो गया। दिनकर भवन में आयोजित इस तृतीय रंग उत्सव में देश के विभिन्न हिस्सों से आए रहे प्रतिष्ठित नाट्य संस्थाओं के नाटकों की प्रस्तुति होगी।
नाट्य समारोह का शुभारंभ मेयर पिंकी देवी, विधान पार्षद सर्वेश कुमार सिंह, मटिहानी विधायक राजकुमार सिंह, पूर्व मेयर संजय कुमार सिंह, आयोजन समिति के अध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार सिंह अमर, मुख्य संरक्षक सुनीता सिंह, दिलीप कुमार सिन्हा, वरिष्ठ रंगकर्मी अवधेश कुमार, समीर कुमार सिन्हा एवं चंदन कुमार सोनू आदि ने दीप प्रज्वलित किया।
उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए विधान पार्षद सर्वेश कुमार ने कहा कि हमारे यहां के रंगकर्मी देश के विभिन्न हिस्सों में जाकर अपने सांस्कृतिक कर्म को समृद्ध करते हैं। यहां के वरिष्ठ कलाकार सांस्कृतिक माहौल को पिछले 50 वर्षों से सींच रहे हैं। लेकिन प्रेक्षागृह में दर्शकों का कम जुड़ना शोभा नहीं देता है। रंगकर्म तपस्या, साधना और सीख है, अनुशासन से सिखाता है। हमें अपने इस सांस्कृतिक विरासत को लगातार आगे बढ़ाते रहना है।
मेयर पिंकी देवी ने कहा कि राष्ट्रीय नाट्य समारोह रंग उत्सव का आयोजन हम सबके लिए गौरव की बात है। यहां के कलाकारों द्वारा बदलते दौड़ में भी रंगमंच को बनाए रखना प्रेरणा देता है। बदलते दौर में मोबाइल और टीवी के सामने हमारी यह सांस्कृतिक विरासत विलुप्त हो रही है। ऐसे में रंगमंच करना काफी सराहनीय दिया है। मनुष्य का जीवन में रंगमंच है। महात्मा गांधी भी सत्य हरिश्चन्द्र नाटक देखकर ही प्रभावित हुए थे।
समारोह को संबोधित करते हुए मटिहानी विधायक और विधानसभा में सत्ताधारी दल के सचेतक राजकुमार सिंह ने कहा कि हम सब के लिए गर्व की बात है कि रंगमंच लगातार हो रहा है, नई ऊंचाई को छू रहा है। समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से देखकर नई-नई प्रतिभाएं सामने आ रही है। रंगमंच के कलाकार समाज को दिशा देते हैं। यह सभी कलाकार हम सबके प्रेरणाश्रोत हैं। कार्यक्रम का संचालन दीपक कुमार ने किया।