नई दिल्ली। भारत दक्षिण अमेरिकी देशों वेनेजुएला और गुयाना के बीच सैन्य संघर्ष की ओर जाते सीमा विवाद पर नजर बनाए हुए है। विदेश मंत्रालय ने आज यहां कहा कि हमारा मानना है कि इस मुद्दे को शांतिपूर्वक हल किया जाना चाहिए और तनावपूर्ण कदमों से बचना चाहिए।

विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर तनाव कम करने के लिए हालिया क्षेत्रीय राजनयिक पहल का स्वागत किया है। मंत्रालय का कहना है कि इस मामले पर पहले से ही अंतरराष्ट्रीय न्यायालय द्वारा विचार किया जा रहा है।

गुयाना में बड़ी संख्या में भारतीय मूल के लोग रहते हैं और भारत के गुयाना के साथ मजबूत संबंध हैं। इस दृष्टि से वहां का घटनाक्रम भारत के लिए विशेष चिंता का विषय है।

विवाद की जड़ गुयाना के घने जंगलों वाले एस्सेक्विबो क्षेत्र है, जिसे वेनेजुएला अपना क्षेत्र बताता है। वेनुजुएला का दावा है कि गुयाना का दो-तिहाई हिस्सा उसका है। इसके लिए वहां जनमत कराया गया है। वेनेजुएला सरकार का दावा है कि जनमत में 95 प्रतिशत लोगों ने इस दावे का समर्थन करते हुए कार्रवाई का समर्थन किया है।

विवाद का वर्तमान कारण एस्सेक्विबो क्षेत्र से जुड़ा महासागरीय क्षेत्र भी है, जिसमें कुछ सालों में तेल के बड़े भंडार मिले हैं। इससे गुयाना की पिछले सालों में आर्थिक तरक्की हुई है। क्षेत्र पर दावे के साथ ही वेनुजुएला को इन तेल क्षेत्रों पर भी अधिकार मिलेगा।

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