रांची। शादी-विवाह और शुभ कार्य के 15 दिसंबर तक होंगे। सूर्य देव ब्रह्मांड का चक्कर काट जब 16 दिसंबर धनु राशि में प्रवेश करेंगे तो खरमास लग जायेगा। इसके बाद एक माह तक सभी मांगलिक कार्यों पर ब्रेक लग जायेगा। खरमास में शादी-विवाह, मुंडन और गृह प्रवेश आदि संस्कार नहीं होते हैं। शुभ संस्कारों के लिए एक माह इंतजार कराना होगा। नये साल में इस बार सूर्य देव 15 जनवरी को मकर राशि में आयेंगे। साथ ही सनातनी दड़ी-चूड़ा आदि ग्रहण कर पुन: मांगलिक कार्य आरंभ कर देंगे।

पंचांग के अनुसार, इस साल 16 दिसंबर को दिन के 03 : 47 मिनट पर सूर्य देव धनु राशि में प्रवेश करेंगे। इसके साथ ही खरमास लग जायेगा, जो पूरे माह रहेगा। नये साल 2024 में 15 जनवरी को मकर संक्रांति पर्व के साथ खरमास की समाप्ति होगी।

पंडित आर्यन ने बताया कि सूर्य जब गुरु की राशि धनु और मीन में प्रवेश करते हैं तो वह अपने गुरु की सेवा में लग जाते हैं। ऐसे में उनका प्रभाव कम हो जाता है। यही वजह है कि इस दौरान शुभ संस्कार नहीं किये जाते। मान्यता भी है कि खरमास के दौरान गुरु का बल भी कमजोर हो जाता है। मांगलिक कर्याें के लिए सूर्य और गुरु दोनों राशियों का शुभ स्थिति में होना आवश्यक है।

खरमास में शादी-विवाह आदि शुभ संस्कार करना वर्जित है। खरमास के दौरान शादी या सगाई करने वाले दंपतियों को कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। खरमास में नए घर में प्रवेश भी नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे दोष लगता है।घर में रहने वालों का जीवन कष्ट में कटता है। उन्होंने बताया कि अब दिसंबर में सिर्फ पांच विवाह लग्न शेष रह गये हैं। 9, 10, 13, 14 और 15 दिसंबर तक शादी-विवाह किये जा सकते हैं। इनमें 9 और 15 दिसंबर का मुहूर्त दिव्य है।

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