पटना। पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि एक समुदाय विशेष का थोक वोट लेने के लिए इंडी गठबंधन ने अपने दूसरे-तीसरे दर्जे के कुछ नेताओं को हिंदू धर्म, राम मंदिर, सनातन संस्कृति और रामचरित मानस पर अनर्गल टिप्पणी करने की सुपारी दे रखी है।
मंगलवार को सुशील मोदी ने यहां कहा कि कांग्रेस के प्रियांक खरगे, सपा के स्वामी प्रसाद मौर्य, द्रमुक के दयानिधि मारन, राजद के चंद्रशेखर और जगदानंद जैसे नेताओं को हिंदू धर्म को धोखा, डेंगू, मलेरिया वगैरह बताने की सुपारी मिली हुई है लेकिन इनमें से किसी की हिम्मत नहीं है कि वे आतंकवाद का धर्म बता दें। ये सारे सुपारी किलर केवल हिंदुओं की सहिष्णुता के कारण अपनी नौकरी बचा पा रहे हैं। तीन हिंदी भाषी राज्यों में इंडी गठबंधन को राम मंदिर और सनातन धर्म के विरोध का परिणाम झेलना पड़ा, फिर भी वे आत्ममंथन के लिए तैयार नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान से साफ है कि विपक्ष हिंदुओं से घृणा और अल्पसंख्यक तुष्टीकरण की घिसी-पिटी लकीर से जरा भी हटने वाला नहीं है। मोदी ने कहा कि यदि सनातन विरोधी यही रवैया कायम रहा, तो 2024 के संसदीय चुनाव में इंडी गठबंधन के सपा-राजद जैसे कई दल लोकसभा से लुप्त हो जाएँगे। तब ये ईवीएम में दोष देखने चलेंगे, खुद में नहीं।