पटना। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की 70वीं प्रारम्भिक परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्रों के प्रदर्शन के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली के दौरे पर पहुंचे गए हैं। दूसरी ओर, बीपीएससी अभ्यर्थी गांधी मैदान से मुख्यमंत्री आवास तक मार्च के लिए डटे हुए हैं। पुलिस ने उनके लिए बैरिकेड्स लगा रखा है।
प्रशासन अभ्यर्थियों से लगातार वहां से हटने को कह रहा है लेकिन अभ्यर्थी वहां हटाने को तैयार नहीं है और लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। जन सुराज पार्टी के नेता प्रशांत किशोर भी गांधी मूर्ति के नीचे मौजूद हैं। प्रशांत किशोर और अभ्यर्थी हटने को तैयार नहीं है। गांधी मूर्ति को चारों तरफ से पुलिस ने घेर रखा है और गांधी मैदान के कई गेट भी बंद किए गए हैं।
मौक पर प्रशांत किशोर ने कोचिंग संस्कृति और सरकारी नीतियों पर सवाल उठाते हुए छात्रों से एकजुट रहने का आह्वान किया। प्रशांत किशोर का कहना है कि बीपीएससी पूरी परीक्षा को रद्द करे। इससे पहले प्रशांत किशोर ने छात्र संसद बुलाई थी और इसके लिए जिला प्रशासन से अनुमति मांगी थी लेकिन अनुमति नहीं मिली। अभ्यर्थियों के गांधी मैदान पहुंचने पर पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी।
प्रशांत किशोर ने अभ्यर्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि आपके साथ हम खड़े हैं। जब रि-एग्जाम की मांग हो रही थी तब मैं नहीं आया लेकिन जब लाठी चली तब चला आया हूं। उन्होंने कहा कि प्रशासन में दम नहीं कि हम पर लाठी चलाए। मैं सब जानता हूं। यहीं टिफिन का खाना खाया और लॉज में रहा। महेंद्रू घाट और मुसल्लहपुर में ही रहा हूं। उन्होंने छात्रों से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि भविष्य की चिंता है तो आप गुट में मत बंटिए।
बीपीएससी अभ्यर्थी मुख्यमंत्री से मिलने पर डटे, सीएम दिल्ली पहुंचे
बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन और मुख्यमंत्री से मिलने की मांग के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज दो दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंच गए हैं। दिल्ली पहुंचने के बाद उन्होंने अपना हेल्थ चेकअप कराया, जिसके बाद अपने आवास पहुंचे। दिल्ली में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास की सुरक्षा बढ़ाई गई है। दरअसल, ऐसी संभावना जताई जा रही है कि बीपीएससी छात्रों के समर्थन में दिल्ली में मौजूद बिहार के छात्र नीतीश कुमार के आवास का घेराव कर सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में नीतीश कुमार के घर की सुरक्षा बढ़ा दी है। दिल्ली पहुंचने के बाद मीडिया ने बीपीएससी से जुड़े सवालों उनसे किया, जिसका कोई जवाब मुख्यमंत्री ने नहीं दिया।