शहीद चौक से राजभवन तक निकाला गया विरोध मार्च
-रामायण के रचयिता वाल्मीकि जी को भगवान मान सकते हैं, तो फिर संविधान के रचयिता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को मानने में क्या हर्ज है : राजेश ठाकुर
रांची। झारखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के तत्वाधान में बुधवार को अमित शाह द्वारा संसद में दिये गये बयान, अमेरिकी न्याय विभाग द्वारा उद्योगपति गौतम अडानी पर लगाये गये आरोपों और मणिपुर में हो रही हिंसा पर पीएम मोदी की चुप्पी के विरोध में बुधवार को मार्च निकाला। यह मार्च शहीद चौक स्थित शहीद स्थल से शुरू होकर राज भवन तक पहुंचा। जहां मार्च में शामिल कांग्रेस नेताओं ने अपना विरोध प्रकट किया।
प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने मौके पर जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह भाजपा की एक बड़ी साजिश है। उन्होंने कहा कि जब हम रामायण के रचयिता वाल्मीकि जी को भगवान मान सकते हैं, तो फिर संविधान के रचयिता बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर को मानने में क्या हर्ज है, यह गृह मंत्री को बताना चाहिए। अधिकारों के लिए हमारी लड़ाई जारी रहेगी। झारखंड समेत अन्य प्रदेशों में भी कांग्रेस ने अपना विरोध दर्ज किया है। इस अवसर पर कांग्रेस के अन्य नेताओं ने भी अपने विचार रखे।