सरकारी नौकरियों में महिलाओं को 33% आरक्षण
-विधानसभा में राज्यपाल संतोष गंगवार ने अभिभाषण में की घोषणा
-80 हजार नियुक्ति का किया ऐलान तो केंद्र सरकार से 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये लाने की भी की घोषणा
रांची। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओं के सम्मान में मास्टर स्ट्रोक लगाया है। उन्होंने नयी सरकार की सोच और रोड मैप को बुधवार को विधानसभा सदन में साफ कर दिया है। राज्य में महिलाओं को सरकारी नौकरी में 33 फीसदी आरक्षण मिलेगा। वहीं, राज्य में 60,000 पदों पर शिक्षकों, 15,000 पदों पर प्रधानाध्यापकों, विभिन्न कार्यालयों में 2,500 पदों पर लिपिकों और विभिन्न थानों में 10,000 पुलिस कर्मियों की नियुक्ति की जायेगी। वहीं, क्षेत्रीय एवं जनजातीय भाषाओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से 10,000 पदों पर भाषा शिक्षकों की नियुक्ति की जायेगी। यह घोषणा राज्यपाल संतोष गंगवार ने बुधवार को अपने अभिभाषण में की।
झारखंड विधानसभा चुनाव होने के बाद पहला विधानसभा सत्र चल रहा है। सत्र का बुधवार को तीसरा दिन था। विधानसभा में राज्यपाल संतोष गंगवार का अभिभाषण हुआ। इस दौरान राज्यपाल संतोष गंगवार ने कई घोषणाएं की। साथ ही उन्होंने सरकार द्वारा पिछले विधानसभा में किये गये कार्यों की भी चर्चा की। राज्यपाल ने कहा कि सरकार ने आदिवासियों को 28 प्रतिशत, ओबीसी को 27 प्रतिशत आरक्षण और अल्पसंख्यकों को 12 प्रतिशत आरक्षण दिया है। झारखंड सरकार ने सरना धर्म कोड बिल को पास कर दिया है। ये सभी बिल फिलहाल केंद्रीय गृह मंत्रालय के पास लंबित पड़े हैं। उन्होंने सरकार की प्राथमिकताएं बताते हुए कहा कि सरकार इन प्रस्तावों को जल्द-जल्द से मंजूरी दिलाने का प्रयास करेगी।
केंद्र सरकार से राशि लेने के लिए लड़ंगे कानूनी लड़ाई:
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण के दौरान कहा कि केंद्र और उनकी कंपनियों के बकाया 1.36 लाख करोड़ रुपये हासिल करने के लिए झारखंड सरकार कानूनी रास्ता देखेगी। उन्होंने कहा कि सरकार आदिवासी-मूलवासी को स्थानीय नीति बनाकर तृतीय और चतुर्थ श्रेणी की नौकरियों में शत प्रतिशत आरक्षण देने के लिये प्रतिबद्ध है। राज्यपालस ने कहा कि मनरेगा के तहत झारखंड के मजदूरों को भारत सरकार बहुत कम मजदूरी देती है। इस भेदभाव के खिलाफ संघर्ष करने के साथ-साथ राज्य सरकार अपनी निधि से राज्य के मनरेगा मजदूरों को सहयोग करेगी, जिससे उन्हें न्यूनतम 350 रुपये प्रतिदिन की मजदूरी मिल सके।
अनुभवी और नये सदस्यों का समागम:
राज्यपाल सबसे पहले सत्र में मौजूद सभी सदस्यों का स्वागत किया। इसके बाद संतोष गंगवार ने विधानसभा चुनाव जीतकर आये नवनिर्वाचित विधायकों को बधाई दी। राज्यपाल ने कहा कि आप में से कई सदस्य पूर्व में भी विधानसभा के सदस्य रहे हैं जबकि कई सदस्य पहली बार निर्वाचित होकर विधानसभा पहुंचे हैं। इस विधानसभा में अनुभवी और नये सदस्यों का समागम हुआ है। सबको मिलकर जनादेश का सम्मान करते हुए जनभावनाएं और जनआकांक्षाओं के अनुरूप कार्य करना है। जनता के कल्याण और राज्य के विकास के लिए पूरी लगन, निष्ठा और समर्पण से कार्य करना है। विधानसभा की आदर्श परंपराओं और कीर्ति को आप सबको मिलकर आगे बढ़ाना है।