Close Menu
Azad SipahiAzad Sipahi
    Facebook X (Twitter) YouTube WhatsApp
    Saturday, June 21
    • Jharkhand Top News
    • Azad Sipahi Digital
    • रांची
    • हाई-टेक्नो
      • विज्ञान
      • गैजेट्स
      • मोबाइल
      • ऑटोमुविट
    • राज्य
      • झारखंड
      • बिहार
      • उत्तर प्रदेश
    • रोचक पोस्ट
    • स्पेशल रिपोर्ट
    • e-Paper
    • Top Story
    • DMCA
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Azad SipahiAzad Sipahi
    • होम
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खलारी
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुर
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ़
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सरायकेला-खरसावाँ
      • साहिबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • विशेष
    • बिहार
    • उत्तर प्रदेश
    • देश
    • दुनिया
    • राजनीति
    • राज्य
      • मध्य प्रदेश
    • स्पोर्ट्स
      • हॉकी
      • क्रिकेट
      • टेनिस
      • फुटबॉल
      • अन्य खेल
    • YouTube
    • ई-पेपर
    Azad SipahiAzad Sipahi
    Home»अन्य खबर»इतिहास के पन्नों 13 दिसंबरः जब संसद पर हुआ था आतंकी हमला
    अन्य खबर

    इतिहास के पन्नों 13 दिसंबरः जब संसद पर हुआ था आतंकी हमला

    shivam kumarBy shivam kumarDecember 12, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter WhatsApp Telegram LinkedIn Pinterest Email

    13 दिसंबर 2001 को दिल्ली में संसद भवन पर लश्कर-ए-तैय्यबा और जैश-ए-मोहम्मद के पांच आतंकियों ने हमला कर दिया। संसद भवन में घुसने के लिए आतंकियों ने कार का इस्तेमाल किया जिसपर गृह मंत्रालय एवं संसद के स्टीकर लगे हुए थे। हमले के समय संसद का शीतकालीन सत्र चल रहा था और काफी संख्या में संसद के सदस्य सदन में मौजूद थे। एके-47 राइफलें, ग्रेनेड लॉन्चर और हैंड ग्रेनेड से लैश इन आतंकियों ने संसद भवन परिसर में काफी देर तक ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं लेकिन देश के बहादुर सुरक्षाकर्मियों ने जान पर खेल कर इन आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। संसद के भीतर जाने से पहले सभी पांच आतंकियों को मार गिराया गया। जबकि पांच जवान, एक महिला कांस्टेबल और दो सुरक्षा गार्ड बलिदान हो गए। इस हमले ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था।

    अन्य अहम घटनाएंः

    2012- नेत्रहीन ट्वेंटी-20 विश्वकप के फ़ाइनल मुकाबले में भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान को 30 रनों से हराकर विश्व विजेता का खिताब अपने नाम कर लिया।

    2008- जम्मू-कश्मीर के पाँचवें चरण के लिए 11 विधानसभा क्षेत्रों में 57% मतदान हुआ।

    2007- श्रीलंकाई सेना व लिट्टे के मध्य हुए संघर्ष में 17 लिट्टे उग्रवादी मारे गये।

    2006- 150वें सदस्य के रूप में वियतनाम को शामिल करने हेतु विश्व व्यापार संगठन द्वारा अधिसूचना जारी।

    2004- इस्लामाबाद में भारत और पाकिस्तान के बीच परमाणु और सर क्रीक पर वार्ता प्रारम्भ।

    चिली के पूर्व तानाशाह जनरल अगस्टो पिनोसे अपहरण और नरसंहार के नौ आरोप लगने के बाद घर में नजरबंद कर दिए गए।

    2003- भूतपूर्व इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को उनके गृह नगर टिगरीट के निकट गिरफ्तार कर लिया गया।

    2002- यूरोपीय संघ ने तुर्की के साथ बहुप्रतीक्षित समझौते को मंजूरी दी।

    यूरोपीय संघ का विस्तार करते हुए साइप्रस, चेक गणराज्य, एस्टोनिया, हंगरी, लातेविया, लिथुआनिया, पोलैंड, स्लोवाकिया और स्लोविनिया शामिल किए गए।

    2001- भारतीय संसद पर आतंकवादी हमला।

    इजराइल ने यासर अराफात से सम्पर्क तोड़े।

    1998- महात्मा रामचन्द्र वीर को कोलकाता के बड़ा बाज़ार लाइब्रेरी की ओर से “भाई हनुमान प्रसाद पोद्दार राष्ट्र सेवा” पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

    1996- कोफी अन्नान संयुक्त राष्ट्र के महासचिव चुने गये।

    1995- दक्षिण लंदन के ब्रिक्सटन में पुलिस हिरासत में एक अश्वेत व्यक्ति की मौत के बाद सैकड़ों श्वेत और अश्वेत युवक सड़कों पर उतर आए और तोड़फोड़ की।

    1989- तत्कालीन गृह मंत्री मुफ़्ती मोहम्मद सईद की बेटी को आतंकवादियों के चंगुल से छुड़ाने के बदले पांच कश्मीरी आतंकवादियों को जेल से रिहा किया गया।

    1981- पोलैंड में सेना द्वारा सत्ता पर कब्ज़ा।

    1977- माइकल फरेरा ने राष्ट्रीय बिलिय‌र्ड्स चैंपियनशिप में नये नियमों के तहत 1149 अंक का सर्वाधिक ब्रेक लगाया।

    1974- माल्टा गणतंत्र बना।

    1961- मंसूर अली ख़ान पटौदी ने अपना टेस्ट मैच करियर दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ शुरू किया था।

    1959- आर्क विशप वकारियोस साइप्रस के प्रथम राष्ट्रपति चुने गए।

    1955- भारत और सोवियत संघ ने पंचशील समझौते को स्वीकार किया।

    1937- चीन और जापान के बीच हुए नानज़िंग के युद्ध में जापानियों की जीत। इसके बाद लंबे समय तक नरसंहार और अत्याचार का दौर चला।

    1921- बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय का उद्घाटन ‘प्रिंस ऑफ वेल्स’ ने किया था।

    1921- वाशिंगटन सम्मेलन के दौरान अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, जापान और फ्रांस के बीच फॉर पॉवर संधि पर दस्तख्त हुये।

    1920- नीदरलैंड के हेग में लीग ऑफ नेशंस का अंतरराष्ट्रीय न्यायालय स्थापित।

    1916- आस्ट्रिया के टायरॉल में हिमस्खलन से 24 घंटे में 10,000 ऑस्ट्रियाई और इतालवी सैनिकों की मौत।

    1772- नारायण राव सतारा के पेशवा बने।

    1232- गुलाम वंश के शासक इल्तुतमिश ने ग्वालियर पर क़ब्ज़ा किया।

    जन्म

    1955 – मनोहर पर्रीकर – गोवा के पूर्व मुख्यमंत्री थे।

    1954 – हर्षवर्धन (राजनेता) – भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं में से एक हैं।

    1936 – आग़ा ख़ाँ चतुर्थ – शिया इमामी इस्मायली मुस्लिम के 49वें इमाम हैं।

    1930 – शरद कुमार दीक्षित – भारतीय मूल के अमेरिकी प्लास्टिक सर्जन थे।

    1928 – डी. वी. एस. राजू – भारतीय फिल्म निर्माता थे।

    1926 – कमल नारायण सिंह – भारत के भूतपूर्व 22वें मुख्य न्यायाधीश थे।

    1925 – लक्ष्मीचंद जैन – भारत के प्रसिद्ध अर्थशास्त्री थे।

    1903 – इलाचन्द्र जोशी – हिन्दी में मनोवैज्ञानिक उपन्यासों के आरम्भकर्ता।

    13 दिसंबर को हुए निधन

    1986 – स्मिता पाटिल – हिन्दी फ़िल्मों की प्रसिद्ध भारतीय अभिनेत्री।

    1048 – अलबेरूनी – एक फ़ारसी विद्वान् लेखक, वैज्ञानिक, धर्मज्ञ तथा विचारक।

    महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव

    अखिल भारतीय हस्तशिल्प सप्ताह (08-14 दिसम्बर)

    हवाई सुरक्षा दिवस (सप्ताह)

    Share. Facebook Twitter WhatsApp Telegram Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleझांसी : मुफ्ती के घर एएनआई व एटीएस का छापा, मचा हड़कंप
    Next Article राज्य सभा में उठा जॉर्ज सोरोस का मुद्दा, हंगामे के बाद कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित
    shivam kumar

      Related Posts

      इतिहास के पन्नों में 25 दिसंबरः रूसी टेलीविजन पर हुई थी नाटकीय घोषणा- सोवियत संघ अस्तित्व में नहीं रहा

      December 24, 2024

      इतिहास के पन्नों में 23 दिसंबरः उस दिन को याद कर आज भी सिहर उठते हैं लोग जब देखते-देखते जिंदा जल गए 442 लोग

      December 22, 2024

      इतिहास के पन्नों में 22 दिसंबरः रुड़की-पिरान कलियर तक चली थी भारत की पहली मालगाड़ी

      December 21, 2024
      Add A Comment

      Comments are closed.

      Recent Posts
      • प्रधानमंत्री मोदी का अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विशाखापत्तनम में उद्बोधन-‘योग ने पूरे विश्व को जोड़ा’
      • ढाका में विवि छात्रों के निष्कासन का विरोध, सड़क कर दी जाम
      • शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अबतक 1.39 फीसदी घटकर 4.59 लाख करोड़ रुपये
      • योग हमारी परंपरा, नई पीढ़ी तक पहुंचने की जरूरत :स्वास्थ्य मंत्री
      • सीबीआई ने बीस हजार घूस लेते बैंक अधिकारी को पकड़ा
      Read ePaper

      City Edition

      Follow up on twitter
      Tweets by azad_sipahi
      Facebook X (Twitter) Instagram Pinterest
      © 2025 AzadSipahi. Designed by Microvalley Infotech Pvt Ltd.

      Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.

      Go to mobile version